बेटा न होने पर गोवा में दूसरी शादी का अधिकार, आखिर क्यों चुप है बीजेपी : ओवैसी

right of second marriage IN Goa : AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने समान नागरिक संहिता की जरूरत को खारिज किया है।

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  • Publish Date - May 1, 2022 / 10:45 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:44 PM IST

AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने समान नागरिक संहिता की जरूरत को खारिज किया है। उनका कहना है कि इस देश में इसकी जरूरत नहीं है… अर्थव्यवस्था विफल हो रही है, बेरोजगारी बढ़ रही है, बिजली-कोयला संकट है, लेकिन भाजपा नेता यूसीसी के बारे में चिंतित हैं।

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ओवैसी ने गोवा के समान नागरिक संहिता के एक प्रावधान पर चुप रहने के लिए भाजपा की खिंचाई की, जहां हिंदू पुरुष को दो बार शादी करने की इजाजत है। उन्होंने कहा, “गोवा नागरिक संहिता के अनुसार, हिंदू पुरुषों को दूसरी शादी का अधिकार है, अगर पत्नी 30 साल की उम्र तक एक मेल चाइल्ड को जन्म देने में विफल रहती है। उस राज्य में भी भाजपा की सरकार है, लेकिन वे इस मामले पर चुप हैं।”

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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख ओवैसी ने यूसीसी के अधिवक्ताओं के तर्क का विरोध करते हुए कहा कि भारतीय संविधान में निहित राज्य नीति के निदेशक सिद्धांत में कहा गया है कि ‘राज्य नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता को सुरक्षित करने का प्रयास करेगा। इसमें तो शराबबंदी के बारे में भी कहा गया है, लेकिन किसी को भी इस बारे में बात करते हुए नहीं देखा जा सकता है।’