प्रतिबंधित संगठन उल्फा (आई) का ‘ऑपरेशनल कमांडर’ रूपम असम-अरुणाचल सीमा क्षेत्र से गिरफ्तार

प्रतिबंधित संगठन उल्फा (आई) का ‘ऑपरेशनल कमांडर’ रूपम असम-अरुणाचल सीमा क्षेत्र से गिरफ्तार

  •  
  • Publish Date - May 24, 2025 / 03:03 PM IST,
    Updated On - May 24, 2025 / 03:03 PM IST

डिब्रूगढ़/तिनसुकिया, 24 मई (भाषा) असम-अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटे जंगल क्षेत्र से पुलिस ने शनिवार को प्रतिबंधित संगठन उल्फा (आई) के ‘ऑपरेशनल कमांडर’ रूपम असोम को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।

पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित संगठन के और सदस्यों की तलाश में इलाके में अभियान जारी है।

रूपम असोम पर आरोप है कि वह असम के कई हिस्सों में संगठन की जबरन वसूली की गतिविधियों का संचालन कर रहा था। उसका नाम 2018 में बोरदुमसा थाने की प्रभारी भास्कर कालिता की हत्या के मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा दायर आरोपपत्र में भी शामिल था।

तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिजीत गौरव ने कहा कि रूपम की गतिविधियों पर सुरक्षा बल पिछले चार-पांच महीनों से नजर रख रहे थे।

एसपी ने कहा, ‘तिनसुकिया जिले के मार्गेरिटा इलाके में रूपम और उसके साथियों के मौजूद होने की खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू किए गए संयुक्त अभियान में प्रतिबंधित संगठन उल्फा (आई) के ‘ऑपरेशनल कमांडर’ रूपम असोम को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से एक बंदूक और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए।’

उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन का ‘ऑपरेशनल कमांडर’ रूपम कई मामलों में वांछित था, जिसमें कालिता की हत्या, जबरन वसूली, बम विस्फोट, अपहरण और सुरक्षा बलों पर हमले शामिल थे।

अधिकारी ने बताया कि रूपम और उसके साथी अंतरराज्यीय सीमा पर छिपकर जबरन वसूली की गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।

अधिकारी ने कहा, ‘रूपम असोम पूर्वी असम में जबरन वसूली की गतिविधियों का सरगना था। हमें सूचना मिली थी कि वह अपने साथियों के साथ असम-अरुणाचल सीमा के जंगल में छिपा हुआ है। इसके आधार पर शुक्रवार रात एक विशेष अभियान शुरू किया गया, जिसके तहत उसे गिरफ्तार कर लिया गया।’

उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्रतिबंधित उल्फा (आई) समूह के अन्य सदस्यों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

भाषा योगेश संतोष

संतोष