सिद्धारमैया की कर्नाटक सरकार को स्कूली छात्रों को प्रोन्नत करने की अपील

सिद्धारमैया की कर्नाटक सरकार को स्कूली छात्रों को प्रोन्नत करने की अपील

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  • Publish Date - December 21, 2020 / 12:35 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:20 PM IST

बेंगलुरु, 21 दिसम्बर (भाषा) कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को कर्नाटक सरकार से कोविड-19 महामारी के मद्देनजर स्कूली छात्रों को प्रोन्नत करने की अपील की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि ऑनलाइन कक्षाओं से छात्रों को मदद नहीं मिल पा रही है। विधानसभा में विपक्ष के नेता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसलिए मैंने सरकार को सलाह दी है कि मौजूदा कोविड-19 की स्थिति के कारण इस साल स्कूली छात्रों को प्रोन्नत किया जाए।’’ सिद्धारमैया ने कहा कि उन्होंने सरकार को छात्रों द्वारा सामना की जा रही समस्याओं को रेखांकित करते हुए तीन पत्र लिखे थे, लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने अपना आरोप दोहराया कि सरकार का निजी संस्थानों के साथ ‘सांठगांठ’ है और वह छात्रों को ‘‘मुश्किल’’ में डालना चाहती है। उन्होंने विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के खिलाफ शहर में अभिभावकों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों को रेखांकित किया। सिद्धारमैया ने रविवार को कई ट्वीट करके आरोप लगाया था कि सरकार अभिभावकों और उनके बच्चों की मदद करने के बजाय निजी स्कूलों की सहायता कर रही है। सिद्धारमैया का बयान ऐसे दिन आया है जब अभिभावकों ने शहर में कुछ निजी स्कूलों द्वारा ‘‘अत्यधिक’’ फीस वसूलने के खिलाफ प्रदर्शन किया। सिद्धारमैया के बयान के बाद कर्नाटक के प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने सोमवार को उन पर निशाना साधने के लिए ट्विटर का उपयोग किया। मंत्री ने कहा, ‘‘परसों विपक्ष के नेता ने सरासर झूठ बोला कि ‘कोडवा बीफ खाते हैं’ और उसके बाद खेद जताया। आज उन्होंने एक और बड़ा झूठ बोला कि मेरी (शिक्षा मंत्री) निजी शैक्षिक संस्थानों के साथ सांठगांठ है। उन्हें सच बोलने की प्रेरणा मिले।’’ कुमार, विधानसभा में पारित गौ-हत्या निरोधक विधेयक के संबंध में सिद्धारमैया के उस हालिया बयान के संदर्भ में बोल रहे थे जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि केवल अल्पसंख्यक ही नहीं कोडवा भी बीफ खाते हैं। बयान पर कोडवा द्वारा विरोध जताये जाने के बाद सिद्धारमैया ने अपनी टिप्पणी पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें मीडिया द्वारा गलत समझा गया। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा इरादा कभी यह कहने का नहीं था कि कोडवा बीफ खाते हैं।’’ भाषा.

अमित उमाउमा