शिलांग, नौ नवंबर (भाषा) नॉर्थ-ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी (एनईएचयू) के अध्यापकों ने 14 नवंबर को नयी दिल्ली में इस शिक्षण संस्थान की 193वीं कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक आयोजित करने के विश्वविद्यालय के फैसले का कड़ा विरोध किया है।
उन्होंने इसे ‘‘निरर्थक और प्रतिगामी कदम’’ करार देते हुए इसे मंत्रालय के निर्देशों और पूर्व समझौतों के विरुद्ध बताया है।
विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रोफेसर एस. उमदोर को लिखे एक पत्र में ‘एनईएचयू टीचर्स एसोसिएशन’ (एनईएचयूटीए) ने कहा कि वह विश्वविद्यालय के शिलांग परिसर से इतर दूसरी जगह बैठक आयोजित करने के ‘‘कदम के सख्त खिलाफ’’ है।
एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि कुलपति प्रोफेसर पीएस शुक्ला ‘‘लगभग एक वर्ष से एनईएचयू मुख्यालय में ड्यूटी से अनुपस्थित हैं और अब वह बैठक की अध्यक्षता करने का प्रयास कर रहे हैं, जो ‘‘इस वर्ष के शुरू में शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय के हितधारकों के बीच बनी सहमति का उल्लंघन है।’’
शुक्ला पिछले साल नवंबर में तब एनईएचयू परिसर से चले गए थे जब प्रशासनिक कुप्रबंधन, भाई-भतीजावाद और मनमाने निर्णय लेने के आरोपों को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे।
एनईएचयूटीए ने दावा किया कि शुक्ला के शिलांग परिसर में प्रस्तावित दौरे के विरोध में हो रहे व्यापक विरोध के कारण कार्यकारी समिति की बैठक दिल्ली में करने की योजना बनाई गई।
शिक्षक संगठन ने दिल्ली में बैठक आयोजित करने के लिए यात्रा और भत्तों पर ‘‘अनावश्यक व्यय’’ पर भी सवाल उठाया तथा कहा कि यह ‘‘विश्वविद्यालय द्वारा अपनाए गए मितव्ययिता उपायों को विफल करता है।’’
भाषा
राजकुमार नेत्रपाल
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