यमुना में अपशिष्ट प्रवाह से निपटने के लिए दिल्ली सरकार छोटे नालों का ड्रोन सर्वेक्षण करा रही

यमुना में अपशिष्ट प्रवाह से निपटने के लिए दिल्ली सरकार छोटे नालों का ड्रोन सर्वेक्षण करा रही

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  • Publish Date - July 15, 2025 / 05:56 PM IST,
    Updated On - July 15, 2025 / 05:56 PM IST

नयी दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा) जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने मंगलवार को कहा कि यमुना नदी की सफाई के प्रयासों के तहत दिल्ली सरकार ने उन छोटे नालों का ड्रोन सर्वेक्षण शुरू कर दिया है, जिनका अशोधित पानी बड़े नालों में गिरता है।

दिल्ली में फिलहाल 22 बड़े नाले हैं, जिनमें सबसे बड़ा नजफगढ़ नाला और शाहदरा नाला शामिल हैं। ये सभी नाले यमुना में जाकर मिलते हैं।

प्रवेश वर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि ऐसे करीब 300 छोटे नाले हैं जो इन बड़े नालों में गिरते हैं और यमुना में प्रदूषण बढ़ाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हम उन सभी छोटे नालों का ड्रोन सर्वेक्षण कर रहे हैं जो बड़े नालों में गंदगी मिला रहे हैं। इनके स्रोत, पूरे मार्ग और बहाव की जानकारी हमारे लिए जरूरी है ताकि एक व्यापक नीति बनाई जा सके।’

वर्मा ने बताया कि जब इन नालों के स्रोत और लंबाई की पूरी जानकारी मिल जाएगी, तब आगे की कार्यवाही जैसे कि स्थानीय ‘सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट’ (जल-मल शोधन संयंत्र) लगाना शुरू किया जाएगा।

जल बोर्ड और सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग बड़े नालों की सफाई और उनमें बहने वाले गंदे पानी के उपचार पर काम कर रहे हैं।

भाषा

योगेश संतोष

संतोष

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