Swachhta Award 2024-25 || Image- PIB File
Swachhta Award 2024-25: नई दिल्ली: भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू 17 जुलाई, 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय समारोह में केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल और आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री श्री तोखन साहू की उपस्थिति में प्रतिष्ठित स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार प्रदान करेंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज नई दिल्ली में प्रतिष्ठित #SwachhSurvekshan 2024-25 पुरस्कार प्रदान करेंगी।
इस वर्ष ये पुरस्कार चार श्रेणियों में प्रदान किए जाएँगे, जिनमें सुपर स्वच्छ लीग शहर और अधिक जनसंख्या वाले 5 शहरों में से शीर्ष 3 स्वच्छ शहर शामिल हैं।#SwachhBharat #SS2024 pic.twitter.com/RNNLIfkIHN
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) July 17, 2025
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 दुनिया के सबसे बड़े शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण का 9वां संस्करण है। यह ऐतिहासिक आयोजन शहरी भारत के सबसे स्वच्छ शहरों का अनावरण करेगा, जो स्वच्छ भारत मिशन-शहरी (एसबीएम-यू) को आगे बढ़ाने वाले शहरों के अथक प्रयासों को मान्यता देगा। इस वर्ष, प्रतिष्ठित पुरस्कार 4 श्रेणियों में प्रदान किए जाएँगे – a) सुपर स्वच्छ लीग शहर b) 5 जनसंख्या श्रेणियों में शीर्ष 3 स्वच्छ शहर c) विशेष श्रेणी: गंगा शहर, छावनी बोर्ड, सफाई मित्र सुरक्षा, महाकुंभ d) राज्य स्तरीय पुरस्कार – राज्य/केंद्र शासित प्रदेश का होनहार स्वच्छ शहर। इस वर्ष कुल 78 पुरस्कार प्रदान किए जाएँगे।
स्वच्छ सर्वेक्षण (एसएस), एसबीएम-यू के तहत एक ऐतिहासिक पहल, पिछले नौ वर्षों से शहरी भारत की स्वच्छता की यात्रा में एक निर्णायक शक्ति बन गई है—यह लोगों के दिलों पर राज कर रही है, लोगों की सोच को आकार दे रही है और कार्रवाई के लिए प्रेरित कर रही है। 2016 में 73 शहरी स्थानीय निकायों से शुरू होकर, इसका नवीनतम संस्करण अब 4,500 से अधिक शहरों को कवर करता है। इस वर्ष, ये पुरस्कार न केवल सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ शहरों का सम्मान करते हैं, बल्कि मजबूत संभावनाओं और प्रगति दिखाने वाले छोटे शहरों को भी मान्यता और प्रोत्साहन देते हैं।
एसएस 2024-25 पुरस्कार “रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल” की थीम पर केंद्रित हैं। 3,000 से ज़्यादा मूल्यांकनकर्ताओं ने 45 दिनों की अवधि में देश भर के हर वार्ड में गहन निरीक्षण किया। समावेशिता और पारदर्शिता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ, इस पहल में 11 लाख से ज़्यादा घरों का मूल्यांकन शामिल था – जो राष्ट्रीय स्तर पर शहरी जीवन और स्वच्छता को समझने के लिए एक व्यापक और दूरगामी दृष्टिकोण को दर्शाता है।
वर्ष 2024 में किया गया मूल्यांकन सार्वजनिक सहभागिता में एक ऐतिहासिक क्षण था, जिसमें 14 करोड़ नागरिकों तक सफलतापूर्वक पहुंच बनाई गई और उन्हें शामिल किया गया, जिन्होंने आमने-सामने बातचीत, स्वच्छता ऐप, माईगव और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से इसमें भाग लिया।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में शहरी स्वच्छता और सेवा वितरण का आकलन करने के लिए एक स्मार्ट, संरचित दृष्टिकोण अपनाया गया, जिसमें 54 संकेतकों के साथ 10 सुपरिभाषित मापदंडों का उपयोग किया गया – जो शहरों में स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन का संपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
एसएस 2024-25 एक बेहद खास लीग, सुपर स्वच्छ लीग (एसएसएल) की शुरुआत कर रहा है – स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरों की एक अलग लीग। एसएसएल की शुरुआत दोहरे उद्देश्य से की गई है: यह शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शहरों को स्वच्छता के और भी ऊँचे मानकों तक पहुँचने के लिए प्रेरित करती है, साथ ही अन्य शहरों को भी अपने प्रदर्शन में सुधार करने और शीर्ष रैंकिंग के लिए प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रेरित करती है। एसएसएल में वे शहर शामिल हैं जो पिछले तीन वर्षों में कम से कम एक बार शीर्ष तीन में स्थान पा चुके हैं और चालू वर्ष में अपनी संबंधित जनसंख्या श्रेणी में शीर्ष 20% में बने हुए हैं।
पहली बार, शहरों को जनसंख्या के आधार पर पाँच श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है: (1) बहुत छोटे शहर: < 20,000 जनसंख्या , (2) छोटे शहर: 20,000 – 50,000 जनसंख्या , (3) मध्यम शहर : 50,000 – 3 लाख जनसंख्या , (4) बड़े शहर: 3 – 10 लाख जनसंख्या और (5) दस लाख से अधिक आबादी वाले शहर : > 10 लाख जनसंख्या । प्रत्येक श्रेणी का मूल्यांकन उसके आकार और विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप मानकों के आधार पर किया गया है। सबसे स्वच्छ शहरों को मान्यता दी गई है और प्रत्येक श्रेणी में उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। यह दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है कि छोटे शहरों को भी आगे निकलने का अवसर मिले और वे हमेशा की तरह आगे रहने वाले शहरों के साथ समान स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।।
बात करें मध्यप्रदेश की तो प्रदेश के आठ शहर आज राष्ट्रीय आयोजन में सम्मानित होंगे। मंत्रालय ने सुपर लीग श्रेणी में इंदौर, उज्जैन और बुधनी को शामिल किया है। पिछले तीन साल में लगातार श्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर सुपर लीग श्रेणी सम्मान हासिल हो रहा है। इसी तरह जबलपुर को विशेष श्रेणी में रखा गया है। भोपाल, देवास और शाहगंज को राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित किया जाएगा जबकि ग्वालियर को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा
अवार्ड के लिए नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी इंदौर, भोपाल मेयर के साथ विभागीय अधिकारी अवॉर्ड आयोजन में शामिल होंगे और राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार ग्रहण करेंगे। कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग और खुले में शौच से मुक्त शहरों की श्रेणियों (ओडीएफ++, वॉटर+) के परिणाम भी आज ही जारी किये जायेंगे।