The Family Man 3 Review: फैमिली की सुरक्षा अब दांव पर! बड़े और खतरनाक दुश्मन का कैसे करेगा सामना? श्रीकांत तिवारी का नया सीजन है रोमांचक

मनोज बाजपेयी की लोकप्रिय सीरीज 'द फैमिली मैन' का नया सीजन अमेचन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो गया है। इस बार जयदीप अहलावत और निमरत कौर भी मुख्य किरदारों में शामिल हैं। फैमिली मैन 3 में रोमांचक कहानी और नए ट्विस्ट दर्शकों को जोड़कर रखेगा।

The Family Man 3 Review: फैमिली की सुरक्षा अब दांव पर! बड़े और खतरनाक दुश्मन का कैसे करेगा सामना? श्रीकांत तिवारी का नया सीजन है रोमांचक

(The Family Man 3 Review, Image Credit: manoj bajpayee instagram)

Modified Date: November 21, 2025 / 11:42 am IST
Published Date: November 21, 2025 11:41 am IST
HIGHLIGHTS
  • मनोज बाजपेयी फिर से श्रीकांत तिवारी के रूप में प्रभावशाली प्रदर्शन करते हैं।
  • जयदीप अहलावत का रुक्मा किरदार बेहद चुनौतीपूर्ण और शानदार है।
  • नॉर्थ-ईस्ट की संस्कृति और लोकेशन का यथार्थवादी चित्रण।

The Family Man 3 Review: दो सफल सीजन के बाद, मनोज बाजपेयी फिर से ‘द फैमिली मैन 3‘ के जरिए दर्शकों के सामने लौट आए हैं। पहले दो सीजन की सफलता के चलते फैंस को इस नए सीजन का बेसब्री से इंतजार था। इस बार भी मनोज श्रीकांत तिवारी की भूमिका में हैं, जो थ्रेट एनालिसिस एंड सर्विलांस सेल (टास्क) में इंटेलिजेंस ऑफिसर हैं। सीजन 3 में उनका नया मिशन और पुराने मामलों से जुड़े हुए ट्विस्ट कहानी को और रोमांचक बनाते हैं।

कहानी की शुरुआत

द फैमिली मैन 3‘ की कहानी नागालैंड के कोहिमा में एक पारंपरिक समारोह, नेता डेविड खूजो और धमाकों की श्रृंखला के साथ शुरू होती है। यह पूरे देश, खासकर नॉर्थ-ईस्ट में तनाव का माहौल पैदा करता है। श्रीकांत तिवारी अपनी पत्नी सुची और बच्चों धृति और अथर्व के साथ नए घर में पूजा-पाठ में व्यस्त हैं, लेकिन उनकी पेशेवर जिम्मेदारियां लगातार परेशान करती हैं।

टास्क का नया मिशन

श्रीकांत का सामना रुक्मा (जयदीप अहलावत) से होता है, जो नॉर्थ-ईस्ट का बड़ा ड्रग डीलर है और प्रोफेशनल व पर्सनल दोनों मोर्चों पर चुनौती बनता है। डेविड खूजो से समझौते के लिए जाते समय श्रीकांत पर हमला होता है, जिसमें उनके सहयोगी और नेता मारे जाते हैं और श्रीकांत घायल हो जाते हैं। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब श्रीकांत खुद संदिग्ध बन जाते हैं और थ्रेट एनालिसिस एंड सर्विलांस सेल उन्हें पकड़ने के लिए पीछे पड़ जाती है।

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निर्देशन और लेखन

राज और डीके का निर्देशन इस सीजन की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कास्टिंग में कलाकारों की उम्र, भाषा और वास्तविक बैकग्राउंड का पूरा ध्यान रखा है। नॉर्थ-ईस्ट के किरदारों के लिए स्थानीय कलाकारों का चयन कहानी को यथार्थवादी बनाता है। स्क्रिप्ट में ग्लैमर या ड्रामे का कम उपयोग किया गया है और हर एपिसोड तनाव और कहानी के फ्लो के साथ संतुलित है।

अभिनय का जादू

मनोज बाजपेयी श्रीकांत तिवारी के किरदार में फिर से प्रभावशाली नजर आते हैं। उनके चेहरे और संवादों में चिंता और देशभक्ति दोनों झलकती है। प्रियामणि (सुची) का प्रदर्शन भी मजबूत है, और बच्चों वेदांत सिन्हा (अथर्व) और महक ठाकुर (धृति) ने भी अपने किरदारों को जीवंत किया है। शारिब हाशमी (जेके) की कॉमिक टाइमिंग कई तनावपूर्ण दृश्यों में हल्का माहौल बनाती है।

जयदीप अहलावत और अन्य किरदार

रुक्मा के किरदार में जयदीप अहलावत का अभिनय बेहद प्रभावशाली है। उनका शातिर और चुनौतीपूर्ण अंदाज कहानी में गंभीरता और तनाव बढ़ाता है। गुल पनाग (सलोनी) भी नॉर्थ-ईस्ट में एजेंट के किरदार में स्मार्ट और सटीक नजर आती हैं। इन किरदारों की मौजूदगी कहानी को यथार्थवादी और भरोसेमंद बनाती है।

कहानी में मजबूती

सीजन की सबसे बड़ी ताकत इसका यथार्थवाद है। नॉर्थ-ईस्ट के लोकेशन, वहां की जीवनशैली और कलाकारों का चयन कहानी को प्रामाणिक बनाता है। एक्शन सीन्स भी वास्तविक और टीम वर्क पर आधारित हैं, जहां किसी एक व्यक्ति की बजाय सभी किरदारों की भूमिका महत्व रखती है।

कमजोर पहलू

हालांकि, शुरुआत के दो एपिसोड धीमे और कुछ हिस्सों में बोझिल लगते हैं। कुछ इमोशनल सीन पूरी तरह से दर्शकों को प्रभावित नहीं करते। रुक्मा और बॉबी के रिश्ते को और गहराई से दिखाया जा सकता था। स्क्रिप्ट कभी-कभी भारी विषय के बावजूद लड़खड़ाती नजर आती है।

क्यों देखें?

द फैमिली मैन 3‘ केवल मनोरंजन नहीं बल्कि यथार्थवादी थ्रिलर का अनुभव देती है। हीरोइज्म के ढिंढोरा नहीं पीटा गया है और फिजिक्स के नियमों का सम्मान करते हुए एक्शन सीन्स बनाए गए हैं। अगर आप श्रीकांत तिवारी के फैन हैं, तो यह सीजन आपके लिए जरूर देखने लायक है, खासकर मनोज बाजपेयी और जयदीप अहलावत के दमदार अभिनय के कारण दर्शकों को जोड़े रखती है।

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सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।