Liquor scam chhattisgarh: कांग्रेस विधायक कवासी लखमा को नहीं मिली राहत, चार मार्च तक के लिए न्यायिक रिमांड बढ़ी

Congress MLA Kawasi Lakhma : प्रवर्तन निदेशालय (ED) की स्पेशल कोर्ट में मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनकी पेशी हुई, जहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने 4 मार्च तक यानी 14 दिन के लिए उनकी न्यायिक रिमांड बढ़ा दी है।

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  • Publish Date - February 18, 2025 / 10:15 PM IST,
    Updated On - February 18, 2025 / 10:16 PM IST

Congress MLA Kawasi Lakhma News | image source: ibc24

HIGHLIGHTS
  • चार मार्च तक कवासी लखमा को न्यायिक रिमांड में रहना होगा
  • ईडी का आरोप है कि पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा शराब सिंडिकेट का अहम हिस्सा
  • रिमांड खत्म होने पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई

रायपुर: liquor scam chhattisgarh,  प्रदेश में हुए 2,161 करोड़ के शराब घोटाला मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा (Former Excise Minister Kawasi Lakhma) की 14 दिन न्यायिक रिमांड बढ़ा दी गई है। इसके बाद अब चार मार्च तक कवासी लखमा को न्यायिक रिमांड में रहना होगा। आज उनकी रिमांड खत्म होने पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई थी। जिसके बाद ईडी की स्पेशल कोर्ट ने न्यायिक रिमांड बढ़ा दी है।

छत्तीसगढ़ के चर्चित 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की स्पेशल कोर्ट में मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनकी पेशी हुई, जहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने 4 मार्च तक यानी 14 दिन के लिए उनकी न्यायिक रिमांड बढ़ा दी है।

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क्या है शराब घोटाले में आरोप

Liquor scam chhattisgarh, ईडी का आरोप है कि पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा शराब सिंडिकेट का अहम हिस्सा थे। कवासी लखमा के निर्देश पर ही पूरा सिंडिकेट काम करता था। लखमा ने शराब नीति बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिससे छत्तीसगढ़ में एफएल-10 लाइसेंस की शुरुआत हुई। 3 साल तक शराब घोटाला चला। लखमा को हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे। इस दौरान 36 महीने में लखमा को 72 करोड़ रुपए मिले। उन्होंने इस पैसे से सुकमा में अपने बेटे का घर बनवाया और सुकमा में ही कांग्रेस भवन का निर्माण करवाया था।

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कवासी लखमा कौन हैं और उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया है?

कवासी लखमा छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा से कांग्रेस विधायक हैं। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 2,161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में कथित संलिप्तता के कारण गिरफ्तार किया है।

शराब घोटाले में कवासी लखमा पर क्या आरोप हैं?

ईडी के अनुसार, कवासी लखमा शराब सिंडिकेट का एक अहम हिस्सा थे और उन्होंने शराब नीति में बदलाव कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। उन्हें हर महीने 2 करोड़ रुपये मिलते थे, जिससे उन्होंने निजी संपत्तियों का निर्माण करवाया।

शराब घोटाले में एफएल-10 लाइसेंस का क्या महत्व है?

एफएल-10 लाइसेंस छत्तीसगढ़ में नई शराब नीति के तहत शुरू किया गया था, जिसे लखमा ने लागू करवाने में अहम भूमिका निभाई। इस लाइसेंस के जरिए अवैध तरीके से शराब बेची गई और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ।

अभी कवासी लखमा कहां हैं और उनकी वर्तमान स्थिति क्या है?

कवासी लखमा इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। उनकी रिमांड 14 दिन के लिए बढ़ा दी गई है, जिसके तहत वह 4 मार्च तक जेल में रहेंगे।