S Jaishankar/Image Sourrce: IBC24
न्यूयार्क: S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत आजादी के बाद से ही आतंकवाद की चुनौती का सामना कर रहा है जबकि उसका पड़ोसी देश ‘वैश्विक आतंकवाद का केंद्र’ रहा है।
जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र की आम बहस को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान की सीमा पार बर्बरता का सबसे ताजा उदाहरण पहलगाम हमला है। जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से दुनिया भर के नेताओं को संबोधित करते हुए “भारत की जनता की ओर से नमस्कार” के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा कि दशकों से बड़े अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी हमलों का कारण इसी एक देश को माना जाता रहा है।
S Jaishankar: उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल में उपस्थित लोगों की तालियों के बीच कहा कि भारत आजादी के बाद से ही आतंकवाद की चुनौती का सामना कर रहा है क्योंकि उसका पड़ोसी देश वैश्विक आतंकवाद का केंद्र रहा है। विदेश मंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादियों की सूची में पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी मुल्क की सीमा पार से हुई बर्बरता का सबसे ताजा उदाहरण इस साल अप्रैल में पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की हत्या है।
#WATCH | संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा, “…संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के बाद से इतिहास द्वारा प्रेरित शक्तियों ने इस संस्था को आगे बढ़ाया है। जैसे-जैसे उपनिवेशवाद का अंत हुआ, दुनिया अपनी प्राकृतिक विविधता की ओर लौटने लगी। संयुक्त… pic.twitter.com/P0spWUxjpt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2025
जयशंकर ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने लोगों की रक्षा करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया और आतंकवाद के आकाओं और अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया। भारत ने आगाह किया कि जो लोग आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देशों का समर्थन करते हैं, उन्हें पता चलेगा कि यह उन्हें ही काटेगा। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में मई में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी।
#WATCH | विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा, “भारत के लोगों की ओर से नमस्कार। हम इस अद्वितीय संस्था की स्थापना के आठ दशक बाद यहाँ एकत्रित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र हमसे न केवल युद्ध रोकने, बल्कि… pic.twitter.com/fnh4kKllui
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2025