Dhirendra Shastri: भूतों पर Ph.D करना चाहते हैं बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री, जानिए दुनिया में कौन सी यूनिवर्सिटी में चलता है ऐसा कोर्स

Dhirendra Shastri: भूतों पर Ph.D करना चाहते हैं बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री, जानिए दुनिया में कौन सी यूनिवर्सिटी में चलता है ऐसा कोर्स

Dhirendra Shastri on I Love Muhammad: 'आई लव मोहम्मद बुरा नहीं, लेकिन...' रायपुर पहुंचते ही ये क्या बोल गए पंडित धीरेंद्र शास्त्री / Image: File

HIGHLIGHTS
  • बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री का हैरतअंगेज़ एलान
  • बागेश्वर बाबा की दिलचस्प इच्छा
  • भूत विद्या’ में रिसर्च करना चाहते हैं बागेश्वर बाबा

छतरपुर: Chhatarpur News: छतरपुर ज़िले के छोटे से गाँव ग्राम गढ़ा के रहने वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री जिन्हें बागेश्वर धाम सरकार के नाम से जाना जाता है इन दिनों देश ही नहीं पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो चुके हैं। मशहूर कथावाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने हाल ही में एक दिलचस्प इच्छा जताई है। उन्होंने कहा है कि वे भूत-प्रेत और अलौकिक घटनाओं पर Ph.D. करना चाहते हैं। उन्होंने यह बात दो बार राष्ट्रीय न्यूज़ चैनलों पर सार्वजनिक रूप से कही है। Dhirendra Shastri

Dhirendra Shastri: अब सवाल उठता है कि भूतों पर Ph.D. कौन करता है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बहुत लोगों ने की है हालांकि भारत में अभी तक भूत-प्रेत या अलौकिक शक्तियों पर पीएचडी करने का कोई मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय नहीं है लेकिन दुनिया में कुछ विश्वविद्यालय ऐसे हैं जो पैरानॉर्मल स्टडी, परासाइकोलॉजी और अलौकिक घटनाओं पर शोध को मान्यता देते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इस तरह के कोर्स में छात्र अलौकिक घटनाओं का अध्ययन करते हैं रहस्यमय अनुभव करते हैं और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में इन घटनाओं के महत्व को समझते हैं।

इस क्षेत्र में सबसे प्रसिद्ध उदाहरण है एडिनबरा विश्वविद्यालय का कोस्टलर परासाइकोलॉजी यूनिट। यह यूनिट परासाइकोलॉजी के कई पहलुओं पर शोध करता है। इसमें छात्र ऐतिहासिक संदर्भ, शरीर से बाहर के अनुभव, भूत-प्रेत या अलौकिक घटनाओं के अनुभव, सपनों का अध्ययन, मानसिक या सायको क्षमता और कई अन्य विषयों का अध्ययन कर सकते हैं। छात्र इन विषयों पर विभिन्न स्तरों के कोर्स भी कर सकते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, एडिनबरा विश्वविद्यालय पिछले 50 सालों से इस कोर्स को ऑफर कर रहा है। इसके अलावा, दुनिया के कई अन्य विश्वविद्यालय भी इस तरह के कोर्स उपलब्ध कराते हैं।

 

Dhirendra Shastri: कल्चरल एंथ्रोपोलॉजी यानी सांस्कृतिक मानवशास्त्र वह विषय है जिसमें मानव समाज, उसकी परंपराएं, रीति-रिवाज, धर्म और सामाजिक व्यवहार का अध्ययन किया जाता है. इस कोर्स में छात्र सीखते हैं। कि अलग-अलग समाज अपने रीति-रिवाज, धर्म, भाषा और कला के माध्यम से जीवन कैसे जीते हैं। दुनिया भर की कई बड़ी यूनिवर्सिटी कल्चरल एंथ्रोपोलॉजी के कोर्स करवाती हैं। इनमें हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं। इस कोर्स में छात्र सामाजिक संरचना, भाषा, संस्कृति और धर्म के प्रभाव को समझते हैं और शोध के जरिए इन विषयों में गहराई से अध्ययन कर सकते हैं।

 

"भूतों पर Ph.D." कैसे की जा सकती है?

भूतों पर Ph.D. करने के लिए किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी में Parapsychology, Cultural Anthropology या Spiritual Studies जैसे विषयों में रिसर्च करना होता है। भारत में अभी यह आम नहीं है, लेकिन विदेशों में जैसे कि एडिनबरा यूनिवर्सिटी ऐसे कोर्स ऑफर करती है।

क्या भारत में "भूतों पर Ph.D." करने की सुविधा उपलब्ध है?

भारत में फिलहाल किसी भी यूजीसी-मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में "भूतों पर Ph.D." के लिए कोई औपचारिक डिग्री उपलब्ध नहीं है, लेकिन कुछ प्राइवेट संस्थान Occult Sciences या Spiritual Studies में कोर्स कराते हैं।

"धीरेंद्र शास्त्री Ph.D." करना क्यों चाहते हैं?

धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि वे अलौकिक शक्तियों और भूत-प्रेत की घटनाओं को समझने और प्रमाणित करने के लिए रिसर्च करना चाहते हैं ताकि समाज में इस विषय को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी देखा जा सके।

"Parapsychology PhD" किन विषयों को कवर करता है?

यह कोर्स मानसिक शक्तियाँ, आत्मा, शरीर से बाहर के अनुभव, भूत-प्रेत, अलौकिक घटनाएं, सपनों की व्याख्या, और ESP (Extra Sensory Perception) जैसी अवधारणाओं पर केंद्रित होता है।

"Cultural Anthropology" का क्या संबंध अलौकिक घटनाओं से है?

Cultural Anthropology समाजों में फैली धार्मिक, सांस्कृतिक और परंपरागत मान्यताओं का अध्ययन करती है, जिसमें भूत-प्रेत और देवी-देवताओं से जुड़ी मान्यताएं भी शामिल होती हैं।