Reported By: Monish verma
,Dewas News/Image Source: IBC24
देवास: Dewas News: मध्यप्रदेश के देवास में नवरात्रि के अवसर पर स्थापित की जाने वाली माता की प्रतिमाओं को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस बार कुछ मूर्तिकारों द्वारा AI तकनीक की सहायता से माता की प्रतिमाओं के डिज़ाइन तैयार किए गए जिनके आधार पर मूर्तियाँ बनाई गईं। इन प्रतिमाओं को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध दर्ज किया है। उनका कहना है कि एआई तकनीक से बनाई गई प्रतिमाएँ माता के मूल स्वरूप से भिन्न हैं और इससे धार्मिक भावनाएँ आहत हो रही हैं।
Dewas News: देवास जिसे चामुंडा माता और तुलजा भवानी की नगरी के रूप में जाना जाता है वहाँ नवरात्रि में माता की मूर्ति स्थापना की विशेष परंपरा है। कोलकाता के बाद देश में यही एकमात्र स्थान है जहाँ इतनी बड़ी संख्या में प्रतिमाएँ स्थापित की जाती हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी देशभर से मूर्तिकार देवास पहुँचे हैं और प्रदेशभर से खरीदार भी यहाँ आते हैं। नवरात्रि में नौ दिनों तक माता की पूजा और 11 दिनों तक घट स्थापना होती है। इस दौरान विभिन्न स्वरूपों में माता की मूर्तियाँ तैयार की जाती हैं। लेकिन इस वर्ष एआई से बनी कुछ प्रतिमाओं के कारण आमजन में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
Dewas News: संगठनों के विरोध के बाद इन मूर्तियों की बिक्री प्रभावित हो रही है, जिससे मूर्तिकारों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। IBC24 ने इस मुद्दे पर आमजन की राय जानी और यह समझने की कोशिश की कि एआई तकनीक से बनी प्रतिमाएँ लोगों की भावनाओं को किस तरह आहत कर रही हैं और इसका मूर्तिकारों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है। विरोध के बाद कई मूर्तिकार अब प्रतिमाओं के स्वरूप में बदलाव कर रहे हैं, जिससे समय और लागत दोनों बढ़ रहे हैं।