Tetanus and Diphtheria Vaccines: भोपाल। प्रदेश में 10 और 16 साल की उम्र वालों को टिटनेस और डिप्थीरिया के टीके लगाने के अभियान का स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कमला नेहरू स्कूल से इसका शुभारंभ किया। 31 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान में 36 लाख बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। टिटनेस और डिप्थीरिया (टीडी) टीका राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में 2019 में शामिल किया गया था। टीका लगाने की शुरुआत भी हो चुकी थी, लेकिन मार्च 2020 में कोरोना के आने के बाद टीकाकरण रोक दिया गया था।
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Tetanus and Diphtheria Vaccines: जन्म के डेढ़, ढाई और साढ़े तीन माह के बाद 16 से 24 महीने में डीपीटी लगाया जाता है। इसके बाद 5 साल की उम्र में इसका बूस्टर लगाया जाता है। अब डीपीटी की जगह पेंटावैलेंट लगाया जा रहा है। इसमें डीपीटी के अलावा हेपेटाइटिस बी और हिब शामिल है इसके बाद 10 और 16 साल की उम्र में टिटनेस का टीका लगाया जाता है। लेकिन, अब 10 और 16 की उम्र में टिटनेस के टीका के साथ डिप्थीरिया का टीका भी लगाया जाएगा।
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Tetanus and Diphtheria Vaccines: डिप्थीरिया एक बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण है जो प्रभावित व्यक्ति के खांसने, छींकने या फिर लार से दूसरे व्यक्ति में पहुंचता है। इस बीमारी में गले में खरास, बुखार व कमजोरी होती है। इसमें गले में मटमैले रंग की परत छा जाती है। इससे सांस लेने में दिक्कत होती है। समय पर इलाज नहीं मिलने से इस बीमारी से करीब 90 फीसदी मरीजों की मौत हो जाती है। नेशनल हेल्थ प्रोफइल के अनुसार 2018-19 में प्रदेश में डिप्थीरिया के 340 मरीज मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा 70 मरीज टीकमगढ़ जिले में मिले हैं। इसके बाद 42 मरीज कटनी में, 40 सतना में, 32 गुना में और 30 मरीज रीवा में मिले थे। यह वे मरीज हैं जो अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे थे।