Gwalior News
ग्वालियर।Gwalior News: ग्वालियर में बुजुर्ग बेसहारों का सहारा बनकर चिकित्सा विभाग के डॉक्टर और उनकी टीम ने सड़क पर बेसुध और बीमार 50 साल की बुजुर्ग महिला का इलाज कर परिजनों से मिलवाया है। यह महिला के पति की मौत के सदमे में बेसुध होकर घर से लापता हो गई थी। जबकि दूसरा अस्पताल के बाहर बेसुध हालत में 70 साल के 3 बुजुर्ग का इलाज कर स्वस्थ कर दिया। बाहर तेलुगु भाषा में डॉक्टर से बात कर रहा था। जिसके परिजनों को लेकर डॉक्टर ऑफ पुलिस जानकारी लेने के लिए जुट गई है। दरअसल ग्वालियर के उप संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक डॉ.वीरेंद्र वर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले एक हजार बिस्तर अस्पताल के गेट पर हमें एक महिला बेसुध हालत में मिली थी।
पति की मौत से थी सदमे में
बताया गया कि महिला ठीक से ना तो कुछ बोल पा रही थी और ना ही किसी को पहचान पा रही थी। जिस कारण उस महिला से कोई कन्वर्सेशन भी नहीं हो पा रहा था फिर कुछ दिन महिला को अस्पताल परिसर में रखकर टीम द्वारा उसका अच्छे से ट्रीटमेंट किया गया और पुलिस की मदद से महिला की जानकारी और पड़ताल कराई गई तो पता चला कि महिला के पति की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी जिसकी वजह से वह सदमें में आ गई थी। यही कारण रहा कि वह बिना घर पर किसी को बताएं और घर से निकल आई थी।
बुजुर्ग के पास नहीं था कोई पहचान
जब परिजनों को पुलिस द्वारा सूचित किया गया तो परिजन महिला से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे और महिला को स्वस्थ हालत में देखकर बेहद खुश हुए। साथ ही दस्तावेजी कार्रवाई कर महिला को परिजनों के साथ उसके घर भी भेज दिया गया। वहीं इसी तरह कुछ दिन पहले एक बुजुर्ग गेट के बाहर अस्वस्थ और अजीब सी हालत में टीम को मिला था। टीम द्वारा उन्हें अस्पताल लाया गया और उनका इलाज किया गया साथ ही समय-समय पर उन्हें भोजन पानी एवं नहलाया गया। जब स्वस्थ हुआ तो पता चला कि छतरपुर से उसे यहां छोड़ कर गए थे। छतरपुर के उस अस्पताल में संपर्क किया गया तो पता चला कि बुजुर्ग कि उनके पास भी कोई पहचान नहीं है।
Gwalior News: तब टीम ने इस बात की सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी इसके बाद स्वस्थ बुजुर्ग से कुछ बात करने की कोशिश की गई। लेकिन वह किसी अन्य भाषा में बात कर रहे हैं जिसकी वजह से कुछ भी समझ नहीं पा रहे थे। फिलहाल बुजुर्ग के स्वस्थ होने के बाद उन्हें एक एनजीओ में रखा गया है जहां उनकी समय-समय पर देखभाल और दवाई की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस के माध्यम से बुजुर्ग की पहचान तलाशने की भी कोशिश की जा रही है। उनके इस कार्य के लिए बुजुर्ग महिला के परिजनों ने धन्यवाद भी कहा है।