भोपाल: MP Politics लोकसभा चुनाव के लिए तमाम राज्यों में शंखनाद हो चुका है। पीएम मोदी कुछ दिन पहले ही मध्यप्रदेश में भी बिगुल फूंक चुंके है। बीजेपी ने तैयारी भी शुरु कर दी है। लेकिन कांग्रेस की चुनौतियां है कि कम हो ही नहीं रही है। अब देखिए जैसे तैसे कमलनाथ ने इंडिकेशन दिए कि सब ठीक है और अब दिग्विजय सिंह के विवादित बोल से कांग्रेस की टेंषन बढ़ सकती है आखिर ऐसे क्या बोल दिया है दिग्गी ने औरप आखिर बार बार क्यों विवादों में फंसते हैं दिग्विजय और क्या दिग्गी क विवादित बोल से कांग्रेस का ढ़ोल बजने वाला है।
MP Politics ये धर्म नहीं है। कहते हैं 500 साल की गुलामी, भगवान राम को ले आए। अरे नालायकों, तुमसे नीरव मोदी नहीं लाया गया, विजय माल्या नहीं लाया गया, तुम भगवान राम को ले आओगे। कहते थे रामलला हम लाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। मस्जिद तोड़कर बनाएंगे। इन्हें धर्म से कुछ लेना-देना नहीं था, इनको मस्जिद तोड़ना था।
कांग्रेस के सीनियर लीडर, मध्यप्रदेश के पूर्व मख्यमंत्री यू तो एलान कर चुके हैं कि वो लोकसभा नहीं लड़ेंगे। लेकिन कांग्रेस की परेशानी बढ़ाने का काम जरूर कर रहे हैं। दरअसल गुना पहुंचे दिग्विजय सिंह ने फिर कुछ ऐसा कह दिया है जिससे कांग्रेस की टेंशन बढ़ सकती है। हर बार की तरह इस बार भी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह RSS और BJP पर तंज कस रहे थे। उन्होनें तीखा तंज कसा भी लेकिन फिर से राम मंदिर का मुद्दा उठाकर उन्होनें कांग्रेस को ही कहीं न कही फंसा दिया।
जाहिर है पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर के बहाने संघ और भाजपा को घेरा है जिसपर ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर ने पलटवार किया और कहा कि संघ को गाली देना आज कल फैशनेबल बन गया हैं।
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दिग्विजय के इस बयान के बाद भाजपा हमलावर है। लेकिन ये पहली बार नहीं है जब पूर्व सीएम दिग्विजय ने राम मंदिर को लेकर भाजपा पर हमला बोला हो। इससे पहले भी रीवा में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले सवाल उठाए थे और ये कहा था कि भाजपा का उद्देश्य मंदिर बनाना नहीं बल्कि मस्जिद तोड़ना था। और अब एक बार फिर राम मंदिर पर दिग्विजय ने नया राग छेड़ दिया है। ऐसे में सवाल ये कि आखिर बार-बार क्या जानबूझकर दिग्गी राम मंदिर का मुद्दा उठाते हैं। और क्या ऐसी बयानबाजी से कांग्रेस को नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा जो अभी खुद कई मोर्चों पर चुनौतियों से जूझ रही है।