Publish Date - July 8, 2025 / 06:42 PM IST,
Updated On - July 8, 2025 / 07:04 PM IST
Indore Viral Video | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
इंदौर में फर्जी क्राइम ब्रांच का तांडव,
युवक से मारपीट, युवती से छेड़छाड़
वायरल वीडियो के बाद दो आरोपी गिरफ्तार
इंदौर: Indore Viral Video: इंदौर के लसुड़िया थाना क्षेत्र में खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर राहगीरों से छेड़छाड़ और मारपीट करने वाले दो फर्जी पुलिसकर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान सत्यम सिंह भदौरिया और सुनील सिंह राजपूत के रूप में हुई है। इनमें से एक आरोपी पूर्व में आर्मी में सेवा दे चुका है।
Indore Viral Video: घटना सोमवार रात की है जब चिकित्सक नगर स्थित 60 फीट रोड पर एक युवक और युवती अपने घर से बाहर टहलने निकले थे। तभी एक मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्ति आए और खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए युवक-युवती से उनकी पहचान पत्र दिखाने को कहा। जब दोनों ने आईडी नहीं दिखाई तो आरोपियों ने युवक के साथ मारपीट शुरू कर दी और युवती के साथ छेड़छाड़ करने लगे।
Indore Viral Video: घटना के दौरान युवक ने सूझबूझ दिखाते हुए मोबाइल से पूरी वारदात का वीडियो बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में आरोपी युवती से बदसलूकी करते हुए स्पष्ट नजर आ रहे हैं। शिकायत मिलने पर लसुड़िया पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इलाके के दर्जनों सीसीटीवी फुटेज खंगाले। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर दोनों आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया गया।
"इंदौर फर्जी पुलिसकर्मी" कौन थे और उन्होंने क्या किया?
इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र में सत्यम सिंह भदौरिया और सुनील सिंह राजपूत नामक दो व्यक्तियों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर एक युवक और युवती से बदसलूकी और मारपीट की। इनमें से एक आरोपी पूर्व आर्मी जवान था।
"इंदौर फर्जी पुलिसकर्मी" को कैसे पकड़ा गया?
पीड़ित युवक ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्य के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
"इंदौर फर्जी पुलिसकर्मी" के खिलाफ कौन-कौन सी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है?
आरोपियों पर छेड़छाड़, मारपीट, और खुद को फर्जी अधिकारी बताने सहित IPC की कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
क्या "इंदौर फर्जी पुलिसकर्मी" में से कोई पहले सेना में था?
हां, गिरफ्तार आरोपियों में से एक व्यक्ति पूर्व में भारतीय सेना में कार्यरत रह चुका है।
क्या "इंदौर फर्जी पुलिसकर्मी" का वीडियो सोशल मीडिया पर उपलब्ध है?
हां, घटना का वीडियो वायरल हुआ है और इसी के आधार पर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की।