The BJP workers who went to protest, ate food and drank lassi at the police station itself
BJP leaders made fun of police station rules in Mhow: महू। पुलिस प्रशासन राजनेताओं के दबाव में महू प्रशासन इन दिनों किस कदर लाचार है इसका उदाहरण शहर में आए दिन देखने को मिल रहा है। कभी भाजपा नेताओं के दबाव में चालानी कार्रवाई रुक जाती हैं तो कभी भाजपा नेता प्रदर्शन के नाम पर पुलिस थाने के बाहर खाना खाते हैं और अंदर लस्सी पीते हैं। मंगलवार को कुछ ऐसा ही हुआ जब सरकारी काम में बाधा डालने पर एक भाजपाई कार्यकर्ता पर प्रकरण दर्ज हो गया और छुड़ाने के लिए पूरी भाजपा थाने पर पहुंच गई।
पिछले कुछ दिनों से महू में भाजपा नेताओं की अजीब राजनीति देखने को मिल रही है। पुलिस प्रशासन कितना इनके दबाव में काम करता है, आम लोगों को इसका अंदाजा इस दौरान अच्छे से हो गया। ये नेता प्रदर्शन के नाम पर नियम कायदे भी भूल गए। दरअसल, बिजली विभाग के एक अधिकारी ने भाजपा नेता राजेश वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की जिसका वर्मा ने विरोध किया तो अधिकारियों ने वर्मा के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने के आरोप में महू थाने में प्रकरण दर्ज करवा दिया।
इसकी भनक लगते ही भाजपा नेता बड़ी संख्या में थाने पहुंच गए और विरोध किया। यहां किया गया विरोध बेहद नाटकीय था। इन नेताओं ने थाना परिसर के बाहर बाहर पहले तो खाना खाया फिर बाद में अंदर घुस कर हवालात के बाहर धरना दिया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने पूरे थाने को अपने कब्जे में ले लिया ना सिर्फ अधिकारियों की कुर्सी पर बैठे बल्कि भजन भी करने लगे। इसके बाद थाने के अंदर और हवालात के बाहर सभी नेताओं में लस्सी भी पी। इस दौरान अपने फोटो और वीडियो पोस्ट करने लगे।
भाजपा नगर अध्यक्ष और छावनी परिषद के उपाध्यक्ष भी शामिल इस पूरे प्रकरण के दौरान पुलिस प्रशासन पूरी तरह मूकदर्शक बनकर बैठा रहा। पुलिस ने बाहर खाना खाने से रोका और ना ही अंदर हनुमान चालीसा पढ़ने और लस्सी पीने से भी नहीं रोक पाया। इसकी साधारण से वजह यह थी कि यह सब प्रदर्शनकारी सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता व कार्यकर्ता थे। इस प्रदर्शन में बल्कि यूं कहें कि नाटकीय प्रदर्शन में भाजपा नगर अध्यक्ष पीयूष अग्रवाल, सालों तक सरकारी वकील रहे शेखर बुंदेला, कैंट बोर्ड के नामित सदस्य शिव शर्मा, पूर्व पार्षद जितेंद्र शर्मा शामिल थे।