धर्मांतरण का ‘खेल’.. धर्म और धमकी का मेल! धर्मांतरण के आरोप में फादर के खिलाफ FIR

इस गांव के एक युवक ने आरोप लगाया है कि फादर क्रिस नॉर्मन ने झांसा दिया कि उसके बीमार पिता का फ्री इलाज करवाएंगे। बच्चों को मुफ्त शिक्षा और अच्छी नौकरी दिलवाएंगे। लेकिन धर्म परिवर्तन से मना करने पर फादर ने कहा कि तुम्हार ईश्वर कमजोर है।

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  • Publish Date - March 7, 2023 / 10:48 PM IST,
    Updated On - March 7, 2023 / 10:48 PM IST

FIR against father on charges of conversion

इंदौर। इंदौर के दूधिया गांव के खुड़ैल थाने में फादर क्रिस नॉर्मन के खिलाफ मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। दरअसल, इस गांव के एक युवक ने आरोप लगाया है कि फादर क्रिस नॉर्मन ने झांसा दिया कि उसके बीमार पिता का फ्री इलाज करवाएंगे। बच्चों को मुफ्त शिक्षा और अच्छी नौकरी दिलवाएंगे। लेकिन धर्म परिवर्तन से मना करने पर फादर ने कहा कि तुम्हार ईश्वर कमजोर है। ईसाई धर्म नहीं अपनाओगे तो पूरा परिवार बीमारी से तड़प कर मरेगा।

इसके बाद युवक ने विरोध किया और ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। मौके पर ग्रामीणों ने जाकर देखा तो वह कई लोगों को एकत्रित कर प्रेयर करवा रहे थे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और आरोपी फादर को अरेस्ट कर लिया गया। सवाल है कि प्रदेश में धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून के बावजूद धर्मांतरण की साजिश क्यों नहीं थम रही?

आज ये सवाल उठ रहे हैं कि

क्या MP में बढ़ रहा है धर्मांतरण ?
धर्मांतरण पर क्यों नहीं लग पा रही रोक ?
क्या धमकी और प्रलोभन से हो रहा धर्मांतरण ?
क्या किसी धर्म के ईष्ट को कमजोर बताना सही ?
क्या प्रेयर के नाम पर हो रही बरगलाने की कोशिश ?
क्या धर्मांतरण के मुद्दे पर सियासत हावी है ?

पीड़ित ने फरियाद में यह कहा कि ‘मैं दूधिया (इंदौर के नजदीक, खुड़ैल थाना) का रहने वाला हूं। मेरे पिता कुछ दिन से डिप्रेशन में हैं। यह बात गांव में आने-जाने के दौरान क्रिस नार्मन बेबर्ता को पता चली। उसने पिता से संपर्क किया और उन्हें मुफ्त में इलाज कराने की बात कही। इसके बाद वे कुछ दिन तक घर में आकर प्रार्थना कराने लगा।

5 मार्च रविवार को वह घर आया। तब मेरी उनसे बात हुई। क्रिस नार्मन ने कहा कि तुम्हारे भगवान में कोई शक्ति नहीं है। तुम ईसाई धर्म अपना लो। उसने 2 लाख रुपए देने का लालच दिया। कहा कि पिता को गुजरात के बड़ौदा में अच्छे अस्पताल में उपचार करा देंगे। परिवार के बच्चों को फ्री शिक्षा देंगे। इसके साथ ही तुम्हारी भी अच्छी जगह नौकरी लगवा देंगे। मैंने इन सबसे मना कर दिया। मैंने कहा कि मैं अपने पिता का उपचार करा लूंगा। हिंदू धर्म से ईसाई धर्म नहीं अपना पाऊंगा।

इसके बाद क्रिस नार्मन गुस्सा हो गया। उसने कहा कि जब तक तुम हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म नहीं अपनाओगे तक तुम्हारे पिता तनाव में रहेंगे। पूरा परिवार तड़प-तड़प कर मर जाएगा। यदि ईसाई धर्म अपना लोगे तो पिता को गॉड ठीक कर देगा। तुम्हारे घर की स्थिति ठीक हो जाएगी। तुम गॉड की शरण में आ जाओ, नहीं तो हिंदू धर्म में रहकर तुम बर्बाद हो जाओगे।

इसके बाद भी मैंने उसका प्रस्ताव नहीं माना। उससे मेरी बहस हो गई। मुझे आशंका है कि क्रिस नार्मन से मुझे खतरा है। वह मुझे या मेरे परिवार को नुकसान पहुंचा सकता है।’

इसी मुद्दे पर आप यहां पर डिबेट सुन सकते हैं

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