Police caught outsourced employee red-handed taking bribe
ग्वालियर: ग्वालियर नगर निगम के एक आउटसोर्स कर्मचारी को लोकायुक्त पुलिस ने 10 हजार रुपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने क्षेत्रीय अधिकारी के कहने पर रिश्वत की राशि लेने गोले का मंदिर के चौराहे के पास आया था और यहीं लोकायुक्त ने उसे रिश्वत लेते पकड़ लिया। बताया कि भवन निर्माण की अनुमति देने के लिए भूतपूर्व सैनिक से मांगी थी रिश्वत। वहीं लोकायुक्त पुलिस ने जोनल ऑफिस और आउटसोर्स कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाई शुरू कर दी है।
दरअसल दीनदयाल नगर में रहने वाले फरियादी राकेश सिंह सिकरवार भूतपूर्व सैनिक है। भूतपूर्व सैनिक ने ग्वालियर लोकायुक्त एसपी कार्यालय में एक शिकायती आवेदन देकर बताया था कि दीनदयाल नगर में उनके दो प्लाट है। जिन पर भवन निर्माण की अनुमति का आवेदन उन्होंने नगर निगम कार्यालय में दिया था। नगर निगम कार्यालय में पदस्थ जोनल ऑफिसर उत्पल सिंह भदौरिया और उनके यहाँ पदस्थ आउट सोर्स कर्मचारी विवेक तोमर ने उनसे 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। उन्होंने देने से इंकार किया तो 15 हजार रुपये पर सौदा तय हो गया उन्होंने इसकी शिकायत लोकायुक्त में की।
लोकायुक्त के कहे अनुसार उन्होंने पांच हजार रुपये की पहली किश्त पहले दे दी और आज बातचीत के बाद 10 हजार रुपये की दूसरी किश्त देनी थी। जोनल ऑफिसर से बात होने पर आज उन्होंने गोले का मंदिर चौराहे के पास पहुँचने के लिए कहा। जहां जोनल ऑफिसर ने विवेक तोमर को भेज दिया। विवेक तोमर के आते ही फरियादी राकेश सिंह ने उसे रिश्वत की राशि 10 हजार रुपये दे दी और पुलिस टीम को इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही लोकायुक्त पुलिस की टीम ने विवेक सिंह तोमर को रंगे हाथों पकड़ लिया। उसकी तलाशी लेने पर 10 हजार रूपए मिल गए। उसके हाथ धुलवाए गए तो पानी गुलाबी हो गया।
पुलिस ने विवेक तोमर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जोनल ऑफिसर के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है।