Eurasian Griffon Vulture ‘Marich’: 15,000 किलोमीटर की यात्रा के बाद मध्यप्रदेश लौटा यूरेशियन ग्रिफॉन गिद्ध ‘मारीच’.. जानें किस तरह जा रही थी इस पर महीनों तक नजर

Eurasian Griffon Vulture 'Marich' : गिद्ध 'मारीच' 15,000 किलोमीटर की यात्रा के बाद मध्यप्रदेश लौटा

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  • Publish Date - November 20, 2025 / 06:18 AM IST,
    Updated On - November 20, 2025 / 06:39 AM IST

Eurasian Griffon Vulture 'Marich' || Image- ISTOCK FILE

HIGHLIGHTS
  • मारीच ने 15,000 किमी की यात्रा की
  • सैटेलाइट रेडियो कॉलर से ट्रैकिंग जारी
  • मृत पशुओं से पर्यावरण को लाभ

Eurasian Griffon Vulture ‘Marich’: विदिशा: इस साल मार्च में मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के हलाली बांध से उड़ान भरने वाला यूरेशियन ग्रिफॉन गिद्ध ‘मारीच’ 15,000 किलोमीटर की यात्रा पूरी करके सुरक्षित भारत लौट आया है। एक वन अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

विदिशा के संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) हेमंत यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि यह पक्षी पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान और कजाकिस्तान की यात्रा करने के बाद लौटा है। वन विभाग ‘सैटेलाइट रेडियो कॉल” से इसकी गतिविधियों पर नजर रख रहा है। डीएफओ ने कहा कि ‘ट्रैकिंग’ से गिद्धों के प्रवास और संरक्षण के बारे में जानकारी मिलती है और मारीच की हर गतिविधि पर नज़र रखी जा रही है।

Eurasian Griffon Vulture in Hindi: 29 मार्च को रवाना हुआ था ‘मारीच’

Eurasian Griffon Vulture ‘Marich’: यादव ने बताया कि यह पक्षी 29 जनवरी को सतना जिले के नागौर गांव में घायल अवस्था में पाया गया था। पहले मुकुंदपुर चिड़ियाघर और फिर भोपाल वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में इसका इलाज किया गया। दो महीने बाद 29 मार्च को इसे टैग लगाकर हलाली बांध से छोड़ा गया। एक विशेषज्ञ ने बताया कि ये पक्षी मृत पशुओं को खाते हैं, सड़ते हुए शवों से होने वाली बीमारियों को फैलने से रोकते हैं और पोषक तत्वों के पुनर्चक्रण में मदद करते हैं, जिससे मिट्टी और पानी की गुणवत्ता में सुधार होता है।

Wild Life News in Hindi: जानिए इस गिद्ध की खूबी

यूरेशियन ग्रिफॉन गिद्ध यूरोप, उत्तरी अफ्रीका और एशिया के पहाड़ी, शुष्क क्षेत्रों में पाया जाता है। यह आमतौर पर 95 से 110 सेंटीमीटर लंबा होता है। इनके पंखों का फैलाव 2.5 से 2.8 मीटर तक होता है जबकि वजन 6 से 11 किलोग्राम होता है। विशेषज्ञ ने बताया कि यह गर्म हवा के झोंकों में घंटों उड़ सकता है।

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Q1. मारीच गिद्ध को कैसे ट्रैक किया गया?

सैटेलाइट रेडियो कॉलर से उसकी हर गतिविधि सुरक्षित रूप से मॉनिटर और रिकॉर्ड की गई।

Q2. यूरेशियन ग्रिफॉन गिद्ध पर्यावरण को कैसे लाभ पहुंचाते हैं?

ये मृत पशुओं को खाकर बीमारियां रोकते और पोषक तत्वों का प्राकृतिक पुनर्चक्रण करते हैं।

Q3. मारीच की यात्रा किन देशों तक पहुंची?

इसने पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान और कजाकिस्तान तक लंबी प्रवासी यात्रा की।