Pune Road Accident News/Image Credit: ANI X Handle
पुणे: Pune Road Accident News: महाराष्ट्र के पुणे जिले में सोमवार को घाटी क्षेत्र में एक पिकअप वैन के खाई में गिर जाने से मंदिर जा रही दस महिलाओं की मौत हो गई और 30 अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
Pune Road Accident News: प्रारंभिक जानकारी का हवाला देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिसके कारण पिकअप वैन 25 से 30 फुट नीचे जा गिरी। वाहन में करीब 40 यात्री सवार थे, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना दोपहर करीब एक बजे हुई, जब पापलवाड़ी गांव के लोग खेड़ तहसील में श्री क्षेत्र महादेव कुंडेश्वर मंदिर जा रहे थे। स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। अधिकारी ने बताया, ‘‘दुर्घटना में 10 महिलाओं की मौत हो गई तथा 30 अन्य लोग घायल हो गए हैं। घटनास्थल पर कई एम्बुलेंस भेजी गईं और घायलों को पास के अस्पतालों में पहुंचाया गया है।’’
Pune Road Accident News: पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान मंडाबाई दारेकर (50), संजाबाई दारेकर (50), मीराबाई चोरघे (50), शोभा पापल (33), सुमन पापल (30), शकुबाई चोरघे (50), शारदा चोरघे (45), बैदाबाई दारेकर (45), पार्वती पापल (56) और फासाबाई सावंत (61) के रूप में हुई है। ये सभी खेड तहसील के पापलवाड़ी गांव की निवासी थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पुणे में दुर्घटना में हुई लोगों की मौत से उन्हें गहरा दुख हुआ है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा ‘प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।’’
Pune Road Accident News: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। फडणवीस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।’’ उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन को घायलों को सभी आवश्यक चिकित्सा सहायता निःशुल्क प्रदान करने का निर्देश दिया है।