मुंबई, 14 जून (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि पांच विदेशी विश्वविद्यालय नवी मुंबई में 250 एकड़ भूमि पर अपने परिसर स्थापित करेंगे, ताकि मुंबई महानगर क्षेत्र एक वैश्विक शिक्षा केंद्र के रूप में उभर सके।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से इटली की इस्टीटूटो यूरोपियो डी डिजाइन (आईईडी), वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय, यॉर्क विश्वविद्यालय, एबरडीन विश्वविद्यालय और अमेरिका की इलिनोई टेक को परिसर स्थापित करने के लिए आशय पत्र (एलओआई) सौंपे गए।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग करने की बात 2004 से चल रही थी, लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के जरिए इसे साकार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘नवी मुंबई को शिक्षा नगरी में तब्दील किया जा रहा है। विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए 10 विश्वविद्यालय 250 एकड़ क्षेत्र में अपने परिसर स्थापित करेंगे। वैश्विक शिक्षा प्राप्त करने को इच्छुक हमारे छात्रों के समक्ष कई समस्याएं हैं। विदेशी विश्वविद्यालयों के परिसर हमारे बच्चों को 25 प्रतिशत खर्च पर वैश्विक शिक्षा प्राप्त करने में मदद करेंगे।’’
प्रधान ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नौ विदेशी विश्वविद्यालय देश में अपने परिसर स्थापित कर रहे हैं, जबकि छह और खोले जाने की योजना है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हम गुणवत्तापूर्ण विदेशी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’
फडणवीस ने यह भी बताया कि गढ़चिरौली में गोंडवाना विश्वविद्यालय ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय के साथ समझौता किया है, जिसे खनन के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
एनईपी 2020 की सराहना करते हुए फडणवीस ने कहा कि यह देश के विश्वविद्यालयों को वैश्विक संस्थानों के साथ जुड़ने और विदेशों में परिसर खोलने में मदद कर रहा है।
उन्होंने कहा कि आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, सिम्बायोसिस आदि ने अफ्रीका, आबू धाबी, दुबई में परिसर स्थापित किए हैं।
भाषा सुभाष रंजन
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