Siddhi Vinayak Mumbai: मुंबई के मशहूर सिद्धि विनायक मंदिर में शुरू हुई भगवान गणेश की पूजा अर्चना.. उमड़ी भक्तों की भारी भीड़

गौरतलब है कि, हर साल लाखों भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। लालबागचा राजा, प्रतिष्ठित गणेश प्रतिमा का अनावरण, इस उत्सव का एक और मुख्य आकर्षण है।

  •  
  • Publish Date - August 27, 2025 / 07:43 AM IST,
    Updated On - August 27, 2025 / 07:44 AM IST

Siddhi Vinayak Mumbai Darshan || Image- ANI News file

HIGHLIGHTS
  • सिद्धिविनायक मंदिर में उमड़ी भक्तों की भारी भीड़
  • लालबागचा राजा का भव्य अनावरण हुआ
  • महाराष्ट्र सरकार ने घोषित किया राज्य महोत्सव

Siddhi Vinayak Mumbai Darshan: मुंबई: गणेश चतुर्थी के अवसर पर बुधवार यानि आज सुबह को मुंबई के श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है। आज से शुरू हुआ यह दस दिवसीय उत्सव अनंत चतुर्दशी को समाप्त होगा।

READ MORE: Ganesh Chaturthi Rashifal 27 August 2025: आज देव गणपति बदलेंगे इन राशियों की दशा-दिशा.. करोबार में होगा बम्पर फ़ायदा, दूर हो जाएगा हर संकट

मुंबई सिद्धि विनायक एक दर्शन

यह शुभ दस दिवसीय उत्सव ‘चतुर्थी’ से शुरू होकर ‘अनंत चतुर्दशी’ पर समाप्त होता है। इस उत्सव को ‘विनायक चतुर्थी’ या ‘विनायक चविथि’ के नाम से भी जाना जाता है। इस उत्सव में गणेश जी को ‘नई शुरुआत के देवता’, ‘बाधाओं को दूर करने वाले’ और साथ ही बुद्धि और बुद्धि के देवता के रूप में मनाया जाता है। उत्सव के लिए लोग भगवान गणेश की मूर्तियां अपने घरों में लाते हैं, उपवास रखते हैं, स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करते हैं और त्योहार के दौरान पंडालों में जाते हैं। देश भर में मनाए जाने वाले इस त्यौहार में लाखों भक्त भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए मंदिरों और मंडलों में एकत्रित होते हैं।

Siddhi Vinayak Mumbai Darshan: इससे पहले रविवार को मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा का पहला लुक जारी किया गया। एक बयां में बताया गया कि, यह “बेजोड़ कलात्मकता से निर्मित, लालबागचा राजा सिर्फ़ एक मूर्ति नहीं हैं, यह सामूहिक आस्था, कलात्मक निपुणता और मुंबई की जीवंत भावना का प्रतीक हैं।”

गौरतलब है कि, हर साल लाखों भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। लालबागचा राजा, प्रतिष्ठित गणेश प्रतिमा का अनावरण, इस उत्सव का एक और मुख्य आकर्षण है।
लालबागचा राजा का इतिहास काफी प्रसिद्ध है, क्योंकि यह लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की लोकप्रिय गणेश मूर्ति है, जो 1934 में स्थापित एक पूजा स्थल, पुतलाबाई चॉल में स्थित है। लालबागचा राजा गणपति की मूर्ति की देखभाल कांबली परिवार द्वारा आठ दशकों से अधिक समय से की जा रही है। इससे पहले जुलाई में महाराष्ट्र सरकार ने सार्वजनिक गणेशोत्सव को ” महाराष्ट्र राज्य महोत्सव” घोषित किया था। सांस्कृतिक मामलों के मंत्री आशीष शेलार ने विधानसभा में यह घोषणा की थी।

READ ALSO: Ganesh Chaturthi 2025 Shubh Muhurat: किस समय पर करें गणेश जी की स्थापना, क्या है पूजा विधि, एक क्लिक में जानें सबकुछ 

Siddhi Vinayak Mumbai Darshan: उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सार्वजनिक गणेशोत्सव की परंपरा 1893 में लोकमान्य तिलक द्वारा शुरू की गई थी। शेलार ने विधानसभा में कहा था, “यह त्योहार सामाजिक, राष्ट्रीय, स्वतंत्रता, आत्म-सम्मान और भाषाई गौरव में गहराई से निहित है। यह आज भी उसी भावना से जारी है। यह महाराष्ट्र के लिए गर्व और सम्मान की बात है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महाराष्ट्र सरकार इस त्योहार के सांस्कृतिक महत्व और वैश्विक उपस्थिति को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

Q1: सिद्धिविनायक मंदिर में भीड़ क्यों उमड़ी है?

A1: गणेश चतुर्थी के पहले दिन दर्शन के लिए भारी संख्या में भक्त पहुंचे।

Q2: लालबागचा राजा की मूर्ति कब अनावरण हुई?

A2: रविवार को मुंबई में लालबागचा राजा का पहला भव्य लुक जारी किया गया।

Q3: महाराष्ट्र सरकार ने क्या घोषणा की है?

A3: गणेशोत्सव को "महाराष्ट्र राज्य महोत्सव" घोषित किया गया है।