Year Ender 2022
Year Ender 2022: तमाम यादों को समेटे 2022 विदा लेने वाला है। नई उम्मीद और नई आशाओं के साथ नया साल 2023 दहलीज पर खड़ा है। लेकिन नए साल के आगाज से पहले साल के 2022 के पन्नों को पलटते हैं और आपको बताते है कि क्यों 2022 का साल काफी उथल-पुथल भरा रहा है। ऐसे में साल 2022 राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम रहा। क्योंकि ये साल कई प्रमुख सियासी घटनाक्रमों का गवाह रहा। राजनीति, धर्म और सोशल मीडिया। इनका मिलाजुला रूप ही कॉन्ट्रोवर्सी को पनपने में मददगार होती है। तो आज आपको बताते है कि साल 2022 की बड़ी राजनीतिक शख्सियतें और विवादों के बारे में…
Year Ender 2022: साल के शुरू होते ही पंजाब में चुनाव होने थे जिस लेकर काफी सियासी उठा पटक देखने को मिली। यहां बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने पंजाब का दौरा कर अपने पक्ष में माहौल बनाया तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। राहुल गांधी सहित दिग्गज नेताओं ने भी चुनावी रण में कूदे। लेकिन जनता को तो कुछ और ही मंजूर था। आखिरकार पंजाब में दिल्ली मॉडल काम आया और जनता ने केजरीवाल पर भरोसा कर प्रदेश की सत्ता की कमान आम आदमी पार्टी के हाथ में सौंपी। आप ने पंजाब से इस साल सभी पार्टियों को क्लीन स्विप कर दिया।
Year Ender 2022: लेकिन इसी बीच एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली। यहां प्रधानमंत्री के फिरोजपुर दौरे के दौरान ऐसा कुछ हुआ जिसे जानकर हर कोई दंग रह गया। देश के प्रधान की सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली थी। ये एक ऐसी घटना थी जो आज तक सभी के ज़हन में जिंदा है। दरअसल, बात 5 जनवरी की है। जब पीएम मोदी का फिरोजपुर दौरा था। यहां पीएम को राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था लेकिन मौसम खराब होने की वजह से खराब विजिबिलिटी के चलते पीएम का हेलीकॉप्टर नहीं उड़ पाया। मौसम साफ न होने की वजह से सड़क मार्ग से जाने का फैसला लिया गया लेकिन यहां पुख्ता सुरक्षा इंतेजाम न होने की वजह से पीएम के काफिले तक कई लोग पहुंच गए थे।
Year Ender 2022: पांच जनवरी को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फिरोजपुर में दौरा था। भारी बारिश के कारण पीएम को सड़क मार्ग से जाना पड़ा लेकिन इस दौरान हुसैनीवाला से 30 किलोमीटर दूर रास्ते में प्रदर्शनकारी मिल गए जिस कारण उनका काफिला तकरीबन 20 मिनट बेहद असुरक्षित क्षेत्र में रुका रहा। जिस इलाके में पीएम मोदी का काफिला रुका था, वह आतंकियों के अलावा हेरोइन तस्करों का गढ़ माना जाता है। पिछले साल सितंबर माह में इसी क्षेत्र में आतंकी वारदात को अंजाम दिया गया था। पीएम की सुरक्षा में चूक होने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर फिरोजपुर की रैली और परियोजना का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था। हालांकि इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार ने अपनी अलग-अलग टीम गठित कर मामले की जांच कराई थी।