Shanivar Ka Rashifal
रायपुर: Luck of 4 Zodiac Sign will Change with Shukra Gochar इच्छित कार्य किस देवता की आराधना से सफल होगा। अभीष्ट कार्य उस आराध्य देवता की आराधना से कार्य सफल होगा। श्रीमद भागवत द्वितीय स्कंध के तृतीय अध्याय में लिख है कि जो प्राणी अपना सत्य बात चाहे उसे ब्रह्म की पूजा करनी चाहिए। इन्द्रियों को वश में रखने के लिए इन्द्र की, धन की इच्छा वालों को लक्ष्मी जी की, तेज बढ़ाने के अग्नि की।
Luck of 4 Zodiac Sign will Change with Shukra Gochar अन्न, हाथी, घोड़ा आदि सवारी प्राप्ति के इच्छुक को आठो वसु की, सुन्दरता लिए गन्धर्व की. यश कीर्ति के लिए नारायण की, विधा लाभार्थ हेतु शंकरजी की। विशेष विद्या प्राप्ति के लिए सरस्वती की। पदोन्नति के लिए मनु की। शत्रु नाश के लिए विकट राक्षस की। इस प्रकार विभिन्न सुख एवं लाभ प्राप्ति हेतु प्रत्येक देव और ग्रह के अनुसार उनके उपाय करने चाहिए।
मेष राशि-
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव सामान्य फल कारक ही रहेगा। इस अवधि के मध्य स्वास्थ्य के प्रति अधिक चिंतनशील रहें। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। दांपत्य जीवन में कड़वाहट न आने दें। परिवार में भी अलगाववाद की स्थिति उत्पन्न होने दें। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी। आकस्मिक धन प्राप्ति का योग बनेगा। अधिक कर्ज के लेन-देन से बचें। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद बढ़ने न दें।
वृषभ राशि-
राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव बेहतरीन रहेगा। कार्यक्षेत्र का विस्तार तो होगा ही नौकरी में भी पदोन्नति तथा नए अनुबंध की प्राप्ति के योग बनेंगे। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। वैवाहिक वार्ता सफल रहेगी। ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा। इस अवधि के मध्य किसी भी तरह के सरकारी विभागों में टेंडर आदि के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो वह भी बेहतरीन रहेगा।
मिथुन राशि-
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव मिलाजुला फल कारक रहेगा। विद्यार्थियों और प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए कठिन प्रयास करने होंगे। रोमांस के मामलों में अस्थिरता बनी रहेगी। इसलिए बेहतर रहेगा कि कार्य के प्रति चिंतनशील रहें। संतान संबंधी चिंता में कमी आएगी। नव-दंपति के लिए संतान प्राप्ति के भी योग बन रहे हैं। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों से मतभेद बढ़ने न दें।
कर्क राशि-
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए शुक्र बेहतरीन सफलता दिलाएंगे। प्रतियोगिता में आशातीत सफलता मिलेगी। शिक्षा प्राप्ति के लिए विदेश में भी जाना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नवदंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। सोची समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होंगी। अतः योजनाओं को गोपनीय रखते हुए आगे बढ़ें।
सिंह राशि-
राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव अच्छा ही रहेगा। मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग। माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। जमीन-जायदाद संबंधी विवाद हल होंगे। मकान अथवा वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी समय अनुकूल रहेगा। यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाए। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागोंके प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। रणनीतियां कारगर सिद्ध होगी।
कन्या राशि-
राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव अच्छा ही कहा जाएगा। आर्थिक पक्ष भी मजबूत होगा। लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। धर्म और आध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। किसी दूसरे देश के लिए वीजा अदि का आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा। नए लोगों से मेलजोल बढ़ेगा। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा।
तुला राशि-
राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए शुक्र आर्थिक पक्ष मजबूत करेंगे। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है। अपनी वाणी कुशलता के बल पर विषम परिस्थितियों को भी आसानी से नियंत्रित कर लेंगे। स्वास्थ्य विशेष करके दाहिनी आँख से संबंधित समस्या से सावधान रहें। लेन-देन के मामलों में भी सावधानी बरतें। इस अवधि के मध्य कार्यक्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। बेहतर रहेगा पारिवारिक विवादों से दूर ही रहें।
वृश्चिक राशि-
आपकी राशि में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव प्रतीक्षित कार्यों को संपन्न करवाने में मदद करेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के टेंडर आदि के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह स्थिति अनुकूल रहेगी। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। विवाह भी करना चाह रहे हों तो भी ग्रह-गोचर अनुकूल रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति के भी योग बन रहे हैं।
धनु राशि-
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव विलासिता पूर्ण वस्तुओं पर अधिक खर्च कराएगा। मकान-वाहन का भी क्रय कर सकते हैं। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास भी सफल रहेगा। प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। कोर्ट-कचहरी के मामलें बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी। मित्रों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग बन रहे हैं।
मकर राशि-
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए शुक्र हर तरह से सफलता ही दिलाएंगे। सरकारी विभागों के प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। नए लोगों से मेल-जोल बढ़ेगा। परिवार में नए मेहमान के आगमन से माहौल खुशनुमा रहेगा। कार्यक्षेत्र में उच्चाधिकारियों से संबंध मजबूत बनेंगे। नौकरी में भी स्थान परिवर्तन के लिए प्रयास कर रहे हों तो अवसर बेहतर है। जो लोग नीचा दिखाने की कोशिश में लगे थे वही मदद के लिए आगे आएंगे।
कुंभ राशि-
राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव बेहतरीन सफलता कारक रहेगा। कोई भी बड़े से बड़ा कार्य करना हो अथवा किसी नये अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो उस दृष्टि से भी सफलता की संभावना सर्वाधिक रहेगी। जमीन-जायदाद संबंधी विवाद हल होंगे। मकान अथवा वाहन क्रय की दृष्टि से भी ये समय उत्तम रहेगा। माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों के प्रतीक्षित कार्य भी संपन्न होंगे।
मीन राशि-
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव आर्थिक पक्ष मजबूत करेगा। भाग्योन्नति भी होगी। विदेश यात्रा का योग बनेगा। किसी दूसरे देश के लिए वीजा आदि का आवेदन करना हो अथवा विदेशी कंपनियों में नौकरी के लिए प्रयास करना हो दोनों मामलों में सफलता अवश्य मिलेगी। धर्म और आध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान-पुण्य करेंगे। योजनाएं गोपनीय रखते हुए आगे बढ़ेंगे तो अधिक सफल रहेंगे।