बीसीसीआई ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों को आईपीएल फाइनल के लिए आमंत्रित किया

बीसीसीआई ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों को आईपीएल फाइनल के लिए आमंत्रित किया

  •  
  • Publish Date - May 27, 2025 / 04:44 PM IST,
    Updated On - May 27, 2025 / 04:44 PM IST

नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को कहा कि उसने अहमदाबाद में तीन जून को होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग फाइनल के लिए तीनों सेना के प्रमुखों को आमंत्रित किया है। टूर्नामेंट के समापन समारोह के दौरान हाल में हुए ऑपरेशन सिंदूर में उनके ‘वीरतापूर्ण प्रयासों’ को सलामी दी जाएगी।

बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने एक मीडिया बयान में यह घोषणा की।

सैकिया ने मंगलवार को पीटीआई से कहा, ‘‘हमने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने के लिए सभी भारतीय सशस्त्र बलों के प्रमुखों, शीर्ष अधिकारियों और सैनिकों को अहमदाबाद में आईपीएल फाइनल के लिए आमंत्रित किया है।’’

सैकिया ने कहा कि बीसीसीआई देश के सशस्त्र बलों की ‘वीरता, साहस और निस्वार्थ सेवा’ को सलाम करता है। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर के तहत वीरतापूर्ण प्रयासों’ की सराहना की जिसने राष्ट्र की रक्षा की और उसे प्रेरित किया।

सैकिया ने कहा, ‘‘उनकी सराहना के तौर पर हमने समापन समारोह को सशस्त्र बलों को समर्पित करने और अपने नायकों को सम्मानित करने का फैसला किया है। जबकि क्रिकेट एक राष्ट्रीय जुनून बना हुआ है लेकिन हमारे देश और इसकी संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा से बड़ा कुछ भी नहीं है।’’

जनरल उपेंद्र द्विवेदी थल सेना प्रमुख हैं जबकि एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी नौसेना प्रमुख हैं। एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह वायुसेना प्रमुख हैं।

पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 26 लोगों की पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा हत्या के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। आतंकी हमले में मारे गए अधिकतर लोग पर्यटक थे।

जवाबी कार्रवाई के कारण दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच संक्षिप्त सैन्य टकराव हुआ था जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के संघर्ष विराम के अनुरोध पर अपने अभियान को रोकने पर सहमति जताई थी।

बीसीसीआई के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने बोर्ड के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘बीसीसीआई द्वारा तीनों सेना प्रमुखों को आमंत्रित करना एक अच्छा कदम है क्योंकि सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देश को गौरवान्वित किया है। हमें सुरक्षित रखने के लिए हम हमेशा अपने सैन्य बलों के ऋणी रहेंगे।’’

भाषा सुधीर मोना

मोना