IPL 2025 Latest Updates: आईपीएल में न हो तम्बाकू-गुटका का विज्ञापन.. हेल्थ डायरेक्टर ने चेयरमैन अरुण सिंह धूमल को लिखा खत

डीजीएचएस ने अपने पत्र में लिखा, "क्रिकेट खिलाड़ी स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए युवाओं के रोल मॉडल होते हैं। देश के सबसे बड़े खेल मंच के रूप में आईपीएल का सामाजिक और नैतिक दायित्व बनता है कि वह सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे और सरकार की स्वास्थ्य संबंधी पहलों का समर्थन करे।

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  • Publish Date - March 10, 2025 / 01:43 PM IST,
    Updated On - March 10, 2025 / 01:45 PM IST

IPL 2025 Opening Ceremony/ Image Credit: IBC24 File Photo

HIGHLIGHTS
  • आईपीएल में तंबाकू-शराब विज्ञापन पर रोक की अपील, डीजीएचएस ने लिखा पत्र
  • स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय का अनुरोध – खिलाड़ी तंबाकू और शराब के प्रचार से बचें
  • आईपीएल में सरोगेट विज्ञापन बंद करने की मांग, सार्वजनिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें

There will be no advertisement of tobacco products in IPL: नई दिल्ली: स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) के प्रमुख अतुल गोयल ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अध्यक्ष अरुण सिंह धूमल को एक पत्र लिखा है। 5 मार्च को लिखे इस पत्र में 22 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल सीजन के दौरान सरोगेट विज्ञापन और बिक्री सहित तंबाकू एवं शराब से जुड़े विज्ञापनों के नियमन का अनुरोध किया गया है।

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पत्र में डीजीएचएस प्रमुख अतुल गोयल ने कहा, “भारत इस समय गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) जैसे हृदय रोग, कैंसर, क्रोनिक फेफड़े के रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप का भारी बोझ महसूस कर रहा है। ये रोग हर साल 70% से अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार होते हैं। तंबाकू और शराब का सेवन इन बीमारियों के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत दुनिया भर में तंबाकू से संबंधित मौतों के मामले में दूसरे स्थान पर है।

There will be no advertisement of tobacco products in IPL : स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने इस साल होने वाले आईपीएल सीजन के दौरान स्टेडियम परिसर में, जहाँ खेल और संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, सभी प्रकार के तंबाकू और शराब के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है। साथ ही, राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारण के दौरान सरोगेट विज्ञापनों पर भी रोक लगाने का अनुरोध किया गया है।

पत्र में आईपीएल से जुड़े सभी आयोजनों और खेल सुविधाओं में तंबाकू और शराब उत्पादों की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाने की भी अपील की गई है। इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने आईपीएल से उन खिलाड़ियों और कमेंटेटरों को ऐसे उत्पादों के प्रचार से हतोत्साहित करने का अनुरोध किया है जो सीधे या परोक्ष रूप से शराब या तंबाकू से जुड़े ब्रांड्स का समर्थन करते हैं।

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There will be no advertisement of tobacco products in IPL : डीजीएचएस ने अपने पत्र में लिखा, “क्रिकेट खिलाड़ी स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए युवाओं के रोल मॉडल होते हैं। देश के सबसे बड़े खेल मंच के रूप में आईपीएल का सामाजिक और नैतिक दायित्व बनता है कि वह सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे और सरकार की स्वास्थ्य संबंधी पहलों का समर्थन करे।”

1. आईपीएल में सरोगेट विज्ञापन क्या होता है?

सरोगेट विज्ञापन वह रणनीति होती है जिसमें तंबाकू और शराब कंपनियां अपने प्रमुख उत्पादों का नाम लिए बिना अन्य वस्तुओं (जैसे, पेय पदार्थ, इवेंट, मर्चेंडाइज़) के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से विज्ञापन करती हैं।

2. डीजीएचएस ने आईपीएल से क्या अनुरोध किया है?

स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) ने आईपीएल से स्टेडियम परिसर और टेलीविजन प्रसारण के दौरान तंबाकू और शराब के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है।

3. आईपीएल में तंबाकू और शराब से जुड़े विज्ञापनों पर प्रतिबंध क्यों जरूरी है?

तंबाकू और शराब के सेवन से हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां होती हैं। चूंकि आईपीएल बड़े दर्शक वर्ग, खासकर युवाओं तक पहुंचता है, इसलिए ऐसे विज्ञापनों पर रोक लगाकर नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।

4. क्या खिलाड़ी और कमेंटेटर भी इस नियम के अंतर्गत आएंगे?

हाँ, डीजीएचएस ने खिलाड़ियों और कमेंटेटरों से भी अनुरोध किया है कि वे ऐसे उत्पादों का प्रचार न करें जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से तंबाकू या शराब से जुड़े हों।

5. इस पहल का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इस पहल का उद्देश्य जनता, विशेष रूप से युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करना और तंबाकू तथा शराब से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को कम करना है।