मुम्बई, 21 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री जयंत पाटिल ने बुधवार को तमाम अटकलों को खत्म करते हुए बताया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में शामिल होंगे।
भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद 2016 में तत्कालीन देवेन्द्र फडणवीस नीत भाजपा सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने बाद से ही खडसे नाराज चल रहे थे।
राकांपा के राज्य प्रमुख पाटिल ने पत्रकारों से कहा कि खडसे के पार्टी में शामिल होने से शरद पवार नीत पार्टी को मजबूती मिलेगी।
खडसे पूर्व मंत्री एवं राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष रह चुके हैं।
ऐसा माना जाता है कि खानदेश क्ष के जलगांव जिले से आने वाले खडसे के फडणवीस के साथ तनावपूर्ण संबंध है। एक समय था जब फडणवीस मंत्रिमंडल में उन्हें नंबर दो का दर्जा प्राप्त था लेकिन 2016 में भूमि अधिग्रहण संबंधी आरोपों के चलते राजस्व मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद से उन्हें भगवा पार्टी में काफी हद तक दरकिनार कर दिया गया।
पाटिल ने दावा किया कि कई लोग राकांपा में शामिल होना चाहते हैं लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकट के कारण उपचुनाव कराने की जरूरत नहीं है।
पाटिल ने कहा, ‘‘ एकनाथ खडसे साहब जिन्होंने दिवंगत गोपीनाथ मुंडे साहेब के साथ मिलकर महाराष्ट्र में भाजपा का विस्तार करने के लिए कई वर्षों तक काम किया, उन्होंने मुझसे कुछ समय पहले कहा था कि वह पार्टी छोड़ना चाहते हैं।’’
राज्य के जल संसाधन मंत्री पाटिल ने कहा, ‘‘ क्योंकि वह भाजपा छोड़ना चाहते हैं, इसलिए वह शुक्रवार दोपहर दो बजे राकांपा में शामिल होंगे। ’’
उन्होंने दावा कि राज्य के लोगों ने देखा है कि पिछले कुछ वर्षों से भाजपा में खडसे के साथ ‘‘अन्याय’’ हो रहा है। इसलिए ही वह पार्टी बदल रहे हैं।
पाटिल ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि भाजपा इस बात का आत्मावलोकन करेगी कि आखिर खडसे जैसे वरिष्ठ नेता ने पार्टी क्यों छोड़ी।
राकांपा में खडसे की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा, ‘‘ पार्टी इसका निर्णय लेगी…उन्होंने पवार साहब के नेतृत्व में काम करने को लेकर सहमति जतायी है।’’
एकनाथ खडसे की बहू रक्षा खडसे महाराष्ट्र की रावर सीट से लोकसभा सांसद हैं।
उनके एकनाथ खडसे के साथ पार्टी में शामिल होने के सवाल पर पाटिल ने कहा, ‘‘ कई लोग राकांपा में शामिल होना चाहते हैं। लेकिन कोविड-19 के दौरान तत्काल उप चुनाव कराने की कोई आवश्यकता नहीं है।’’
राकांपा नेता ने कहा, ‘‘ जहां तक मुझे पता है कि कई विधायक मेरे सम्पर्क में हैं। कोविड-19 के खतरे के चलते हम ऐसी राजनीति और चुनाव नहीं करना चाहेंगे।’’
भाषा निहारिका नरेश
नरेश