नक्सली ने अब मासूमों को अपनी ढाल बनाने से भी पीछे नहीं हट रहे, हालही में सुरक्षा बलों के हाथ कुछ ऐसे बच्चे लगे जिनसे सच सुनने के बाद हर कोई भौचक्का रह गया दरअसल कुछ वक्त पहले तक इन दोनों मासूमों के हाथों से फूटकर मौत के लाल लड़ाकों को इशारा किया करते थे। बिलकुल ठीक समझा आपने, नक्सली छोटे बच्चों को अपनी हिफाजत की ड्यूटी निभाने के लिए तैनात किया करते थे। जंगल में खौफ की सरकार चलाने वालों को ये बच्चे पुलिस और सुरक्षा बलों की सूचना बम फोड़कर देते थे। दरभा के चांदामेटा इलाके में पुलिस ने तीनों बच्चों को सर्चिंग के दौरान पकड़ा है।
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद इन बच्चों ने बताया कि उनके जैसे गांव में दर्जनों और बच्चे हैं, जो बाल संघम सदस्य हैं। जिन्हें नक्सलियों से बाकायदा ट्रेनिंग मिली है कि वे कैसे पुलिस और सीआरपीएफ जवानों की आहट मिलते ही उन्हें खबर दें। पुलिस ने इन तीनों बच्चों को उनके परिवार की सहमति से अब स्कूल भेजने का फैसला किया है।
गांवों के मासूम आदिवासी बच्चों को ढाल बनाकर खौफ और खून का खेल खेलने वाले नक्सलियों के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन जारी है। जिसमें उनकी हर एक हरकत की खबर देने वाले बच्चों को पकड़ना पुलिस के लिए बड़ी सफलता है।