(5 Breakout Stocks To Buy, Image Credit: Meta AI)
5 Breakout Stocks To Buy: गुरुवार के बाजार के लिए चॉइस ब्रोकिंग के कार्यकारी निदेशक ने पांच ऐसे ब्रेकआउट शेयर के बार में बताया है जिनमें निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिल सकता है। इन शेयरों में शामिल है – हेरिटेड फूड्स, रिको ऑटो इंडस्ट्रीज, मवाना शुगर्स हिंदवेयर होम इनोवेशन और इंडो एमाइन्स।
उन्होंने बाजार की मौजूदा स्थिति पर बात करते हुए कहा कि, निफ्टी फिलहाल 24,500 के ऊपर टिके रहने की कोशिश कर रहा है। बाजार का मूड सतर्क जरूर है, लेकिन रुख सकारात्मक बना हुआ है। उनके मुताबिक, अगर निफ्टी 24,500 से नीचे फिसलता है तो इसमें और गिरावट आकर 24,150-24,200 तक जा सकता है। वहीं, ऊपर की ओर 24,800 एक बड़ी तकनीकी रुकावट बना हुआ है। ऐसे में उनका मानना है कि टेक्निकल रूप से मजबूत शेयरों पर फोकस करना ही समझदारी होगी।
चॉइस ब्रोकिंग के कार्यकारी निदेशक सुमित बगड़िया ने हेरिटेज फूड्स को 446.10 रुपये के स्तर पर खरीदने की सलाह दी है। इस शेयर का टारगेट प्राइस 477 रुपये तय किया गया है, जबकि स्टॉप लॉस 430 रुपये पर सेट किया गया है ताकि नुकसान को रोका जा सके।
मवाना शुगर्स को 105.74 रुपये में खरीदने की सलाह दी गई है। इसके लिए टारगेट प्राइस 113 रुपये और स्टॉप लॉस 102 रुपये तय किया गया है, जो ट्रेडिंग के लिए जरूरी जोखिम प्रबंधन को दर्शाता है।
रिको ऑटो इंडस्ट्रीज को 81.91 रुपये पर खरीदने का सुझाव दिया गया है। इस शेयर का टारगेट प्राइस 88 रुपये है और स्टॉप लॉस 79 रुपये पर रखा गया है ताकि नुकसान को सीमित किया जा सके।
हिंदवेयर होम इनोवेशन को 281.10 रुपये पर खरीदने की सलाह दी गई है। इसका टारगेट प्राइस 301 रुपये है और स्टॉप लॉस 271 रुपये निर्धारित किया गया है, जिससे निवेशकों को सुरक्षित ट्रेडिंग का मौका मिलेगा।
इंडो एमाइन्स को 158.31 रुपये में खरीदने की सिफारिश की गई है। इस स्टॉक का टार्गेट प्राइस 170 रुपये है, जबकि स्टॉप लॉस 152 रुपये तय किया गया है, ताकि जोखिम नियंत्रण में रखा जा सके।
इन सभी शेयरों में आज ब्रेकआउट मूवमेंट्स की संभावना है, ऐसे में ट्रेडर्स को मौका मिल सकता है। हालांकि, निवेश करने से पहले स्टॉप लॉस का पालन जरूर करें और बाजार की चाल पर लगातार नजर बनाए रखें।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।