Ratan Tata: रतन टाटा के जाने के बाद हिला टाटा का साम्राज्य, 21% कम हुई कंपनियों की वैल्यूएशन

रतन टाटा के 9 अक्टूबर 2024 को निधन के बाद एक साल में टाटा समूह की कंपनियों का मार्केट कैप 7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा घट गया। यह करीब 21% की गिरावट है, जो समूह की बाजार स्थिति और निवेशकों के भरोसे पर बड़े प्रभाव को दर्शाती है।

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  • Publish Date - October 9, 2025 / 04:07 PM IST,
    Updated On - October 9, 2025 / 04:07 PM IST

(Ratan Tata, Image Credit: Meta AI)

HIGHLIGHTS
  • टाटा समूह का मार्केट कैप 7.18 लाख करोड़ घटा।
  • कुल गिरावट लगभग 21% रही।
  • Tata Investment और Tata Steel में बढ़त।

Ratan Tata: टाटा समूह के लिए बीते एक साल काफी मुश्किल भरा रहा है। 9 अक्टूबर 2024 के मुकाबले आज टाटा समूह की 23 लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 7.18 लाख करोड़ रुपये घटकर 26.39 लाख करोड़ रुपये रह गया है। यह लगभग 21% की भारी गिरावट है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह गिरावट रतन टाटा के निधन से जुड़ी नहीं है, बल्कि इसके पीछ सेक्टोरल चुनौतियां और ग्लोबल मार्केट की सुस्ती मुख्य कारण है।

सेंसेक्स-निफ्टी में मामूली बढ़त

पिछले एक वर्ष में ग्लोबल इकॉनमी में डिमांड कमजोर रही और इसका असर भारतीय शेयर बाजारों पर भी दिखाई दिया। जहां सेंसेक्स और निफ्टी ने सिर्फ 0.7% रिटर्न दिया, वहीं बीएसई मिडकैप में 4.7% और बीएसई स्मॉलकैप में 5.5% की गिरावट आई। टाटा समूह की कंपनियां भी इसी ट्रेंड का हिस्सा रहीं।

सबसे ज्यादा इन कंपनियों में गिरावट

  • Tejas Networks: 50% की भारी गिरावट
  • Trent: 44% फिसला
  • TCS: मार्केट कैप में 29% की गिरावट, IT सेक्टर की सुस्ती का असर
  • Tata Motors: 28% गिरी वैल्यूएशन, JLR बिजनेस में दबाव
  • Voltas, Tata Chemicals, Tata Power: 16-23% तक गिरे
  • Orient Hotels, TRF, Tata Communications, Nelco: 13-24% तक की गिरावट

कुछ कंपनियों में दिखी तेजी

हालांकि, टाटा समूह की कुछ कंपनियों ने मुश्किल हालात में भी अच्छा प्रदर्शन किया।

  • Tata Investment Corp: 40% की बढ़त
  • Banaras Hotels: 14% ऊपर
  • Tata Steel: 8% की तेजी
  • Indian Hotels: 5% चढ़ा
  • Titan और Tata Consumer: 0.2% से 2% की मामूली तेजी

सेक्टोरल चैलेंजेज और साइबर अटैक का प्रभाव

Tata Technologies की लिस्टिंग के बाद इसके शेयरों में तेजी देखी गई थी, लेकिन बाद में इसमें गिरावट आई। टाटा मोटर्स के प्रदर्शन पर JLR बिजनेस का प्रभाव पड़ा, जो कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिट का 80% हिस्सा है। हाल ही में JLR के यूके प्लांट को साइबर अटैक का सामना करना पड़ा, जिससे दबाव और बढ़ा।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

इन्हें भी पढ़ें:

टाटा समूह की कंपनियों के मार्केट कैप में इतनी बड़ी गिरावट क्यों आई?

सेक्टोरल चैलेंजेज, ग्लोबल इकॉनॉमिक सुस्ती और कुछ कंपनियों के बिजनेस पर खास दबाव के चलते गिरावट आई है।

क्या रतन टाटा के निधन से टाटा समूह की गिरावट जुड़ी है?

नहीं, एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह गिरावट रतन टाटा की अनुपस्थिति से नहीं जुड़ी है।

सबसे ज्यादा गिरावट किन कंपनियों में देखने को मिली?

Tejas Networks (50%), Trent (44%), TCS (29%), Tata Motors (28%) आदि में भारी गिरावट आई।

JLR और साइबर अटैक का टाटा मोटर्स पर क्या असर पड़ा?

JLR बिजनेस टाटा मोटर्स के रेवेन्यू का 80% हिस्सा है। हालिया साइबर अटैक से संचालन और निवेशकों की धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा है।