(Ratan Tata, Image Credit: Meta AI)
Ratan Tata: टाटा समूह के लिए बीते एक साल काफी मुश्किल भरा रहा है। 9 अक्टूबर 2024 के मुकाबले आज टाटा समूह की 23 लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 7.18 लाख करोड़ रुपये घटकर 26.39 लाख करोड़ रुपये रह गया है। यह लगभग 21% की भारी गिरावट है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह गिरावट रतन टाटा के निधन से जुड़ी नहीं है, बल्कि इसके पीछ सेक्टोरल चुनौतियां और ग्लोबल मार्केट की सुस्ती मुख्य कारण है।
पिछले एक वर्ष में ग्लोबल इकॉनमी में डिमांड कमजोर रही और इसका असर भारतीय शेयर बाजारों पर भी दिखाई दिया। जहां सेंसेक्स और निफ्टी ने सिर्फ 0.7% रिटर्न दिया, वहीं बीएसई मिडकैप में 4.7% और बीएसई स्मॉलकैप में 5.5% की गिरावट आई। टाटा समूह की कंपनियां भी इसी ट्रेंड का हिस्सा रहीं।
हालांकि, टाटा समूह की कुछ कंपनियों ने मुश्किल हालात में भी अच्छा प्रदर्शन किया।
Tata Technologies की लिस्टिंग के बाद इसके शेयरों में तेजी देखी गई थी, लेकिन बाद में इसमें गिरावट आई। टाटा मोटर्स के प्रदर्शन पर JLR बिजनेस का प्रभाव पड़ा, जो कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिट का 80% हिस्सा है। हाल ही में JLR के यूके प्लांट को साइबर अटैक का सामना करना पड़ा, जिससे दबाव और बढ़ा।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।