वेटिकन सिटी, 11 मई (एपी) पोप लियो 14वें ने पोप के रूप में रविवार को अपने पहले आशीर्वचन में यूक्रेन में न्यायपूर्ण और स्थायी शांति तथा गाजा में बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता पहुंचाने के साथ तत्काल युद्ध विराम का आह्वान किया।
लियो ने सेंट पीटर्स बेसिलिका के बरामदे से कहा, ‘‘अब कभी युद्ध न हो।’’
अस्सी साल पहले द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति को याद करते हुए लियो ने विश्व में हो रहे अनेक संघर्षों की निंदा करने के लिए पोप फ्रांसिस का हवाला दिया और कहा कि यह ‘टुकड़ों-टुकड़ों में तीसरा विश्व युद्ध’’ है।
प्रथम अमेरिकी पोप लियो ने यह भी कहा कि रविवार को कई देशों में मातृ दिवस है। उन्होंने सभी माताओं को मातृ दिवस की शुभकामनाएं दीं।
इस मौके पर भारी भीड़ जुटी थी। सेंट पीटर्स बेसिलिका की घंटियों के बजने पर लोग जयकारे लगा रहे थे और संगीत की ध्वनि सुनाई दे रही थी।
यह पहली बार था जब लियो बरामदे में वापस आए थे। इससे पहले वह बृहस्पतिवार रात को पोप के रूप में अपने उल्लेखनीय निर्वाचन के बाद पहली बार दुनिया के सामने आए थे। वह पोप बनने वाले अमेरिका से पहले शख्स हैं। उस समय भी उन्होंने शांति का संदेश दिया था।
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राजकुमार नरेश
नरेश