कपास की पैदावार बढ़ाने के उपायों पर चर्चा के लिए केंद्र ने 11 जुलाई को बैठक बुलाई

कपास की पैदावार बढ़ाने के उपायों पर चर्चा के लिए केंद्र ने 11 जुलाई को बैठक बुलाई

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  • Publish Date - July 9, 2025 / 08:25 PM IST,
    Updated On - July 9, 2025 / 08:25 PM IST

नयी दिल्ली, नौ जुलाई (भाषा) केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कपास की घटती पैदावार पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर विचार करने के लिए 11 जुलाई को तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक बैठक बुलाई गई है।

मंत्री ने एक वीडियो संदेश जारी कर बैठक की जानकारी दी और किसानों से सुझाव भी मांगे हैं।

अपने संदेश में, चौहान ने कहा, ‘‘हमारे देश में कपास की उत्पादकता मौजूदा समय में काफी कम है। हाल के दिनों में, बीटी कपास को प्रभावित करने वाले टीएसवी (तंबाकू स्ट्रीक वायरस) के कारण उत्पादकता में और गिरावट आई है। कपास का उत्पादन तेजी से घट रहा है, जिससे हमारे किसान गंभीर संकट में हैं।’’

फसल वर्ष 2024-25 (जुलाई-जून) में कपास का उत्पादन 306.92 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) होने का अनुमान है।

उन्होंने कहा कि सरकार कपास का उत्पादन बढ़ाने और लागत कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य जलवायु-अनुकूल, उच्च-गुणवत्ता वाले बीज विकसित करना है जो वायरस के हमलों का सामना कर सकें।

चौहान ने कहा कि इस मुद्दे पर विचार करने के लिए 11 जुलाई को कोयंबटूर में एक बैठक आयोजित की गई है।

इस बैठक में कपास उत्पादक किसानों, किसान संगठनों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों, कपास उत्पादक राज्यों के कृषि मंत्रियों, राज्य सरकार के अधिकारियों, कपास उद्योग के प्रतिनिधियों और कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘हम कपास की उत्पादकता और गुणवत्ता दोनों में सुधार के तरीके खोजने में लगे हुए हैं।’ और इसके साथ उन्होंने एक टोल-फ्री नंबर पर किसानों से सुझाव भी मांगे हैं।

मंत्री ने आश्वासन दिया कि वह देश में कपास उत्पादन बढ़ाने के लिए एक व्यापक रूपरेखा तैयार करने के समग्र उद्देश्य के तहत सुझावों पर पूरी गंभीरता से विचार करेंगे।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय