Publish Date - August 8, 2025 / 03:06 PM IST,
Updated On - August 8, 2025 / 03:30 PM IST
Ambikapur News/Image Source: IBC24
HIGHLIGHTS
त्योहारी सीजन में नकली पनीर का खेल,
अम्बिकापुर में 155 किलो पनीर जब्त,
जांच में जुटा खाद्य विभाग,
अंबिकापुर: Ambikapur News: त्योहारी सीजन में मिलावटी और नकली पनीर, खोवा एवं खाद्य पदार्थ खपाने वाले सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे ही एक मामले की सूचना पर अंबिकापुर में नकली पनीर मार्केट में खपाए जाने की आशंका पर खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने तुलसी चौक स्थित राधे कृष्ण ट्रेडिंग कंपनी पर दबिश दी।
Ambikapur News: टीम ने 155 किलो पनीर मिलावट की आशंका पर जप्त किया है। बताया जा रहा है कि गौरव जयसवाल बेकरी प्रोडक्ट्स की ट्रेडिंग का काम करता है और उसने दुर्ग से लगभग 200 किलो के आसपास पनीर मंगाया था, जो कि लूज पैकिंग में था। ऐसे में जब खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम को इसकी जानकारी मिली, तब टीम ने मौके पर पहुँचकर पनीर को जप्त कर लिया और इसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
Ambikapur News: त्योहारी सीजन के दौरान न सिर्फ नकली पनीर बल्कि मिलावटी खोवा और मिठाइयाँ भी जमकर मार्केट में खपाई जाती हैं। यही कारण है कि खाद्य एवं औषधि विभाग ने त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए जिले भर में करीब 50 संस्थानों पर दबिश दी, जहाँ कई जगहों से सैंपल भी जप्त किए गए हैं। ऐसे में सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी, लेकिन यह स्पष्ट है कि त्योहारी सीजन आते ही मार्केट में मिलावटी खाद्य पदार्थों को खपाने की होड़ सी मच जाती है।
इस कार्रवाई को खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम ने अंजाम दिया है, जिसने तुलसी चौक की दुकान से 155 किलो पनीर जब्त किया।
त्योहारी सीजन में मिलावटी खाद्य पदार्थ" क्यों बढ़ जाते हैं?
त्योहारी सीजन में मांग अधिक होने के कारण अवैध व्यापारियों द्वारा मुनाफा कमाने के लिए मिलावटी खाद्य पदार्थ बाजार में उतार दिए जाते हैं।
"खाद्य सैंपल की रिपोर्ट" कब तक आती है?
सामान्यतः सैंपल रिपोर्ट आने में 7 से 15 दिन का समय लगता है, जिसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होती है।
"मिलावटी पनीर की पहचान" उपभोक्ता कैसे कर सकते हैं?
पनीर का रंग, गंध और बनावट असामान्य लगे, या स्वाद में कृत्रिमपन हो तो यह मिलावटी हो सकता है। घर पर आयोडीन टेस्ट जैसी सरल विधियों से भी शंका की जा सकती है।
"मिलावटी खाद्य पदार्थ की शिकायत" कहाँ करें?
आप खाद्य सुरक्षा विभाग या FSSAI की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा स्थानीय जन सुविधा केंद्र या हेल्पलाइन नंबर पर भी सूचना दी जा सकती है।