Publish Date - June 5, 2025 / 03:49 PM IST,
Updated On - June 5, 2025 / 03:49 PM IST
MLA Rikesh Sen in Vidhan Sabha: विधायक रिकेश सेन ने सदन में अपनी ही सरकार को घेरा / Image Source: Facebook
HIGHLIGHTS
17 महीने की सैलरी न मिलने का आरोप — ₹2.55 लाख की बकाया राशि की मांग।
सोशल मीडिया पर निगेटिव प्रचार के लिए नौकरी — विधायक को चर्चा में बनाए रखने का उद्देश्य।
शिकायत पीएम मोदी, अमित शाह, और भाजपा के शीर्ष नेताओं तक पहुंचाई गई।
दुर्ग: CG News : छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां के वैशाली नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रिकेश सेन पर अली हुसैन सिद्दीकी ने पैसे नहीं देने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं उन्होंने इसकी शिकायत सहायक श्रम आयुक्त से भी की है। अली हुसैन सिद्दीकी ने दावा किया है कि रिकेश सेन ने उन्हें सोशल मीडिया में आलोचना करने के लिए नौकरी पर रखा था। इसके बदले रिकेश सेन हर महीने 15 हजार रुपए सैलरी के तौर पर देता था। उनका आरोप है कि उन्हें 17 महीने का वेतन नहीं मिला है।
CG News : सहायक श्रम आयुक्त को लिखे पत्र में पत्र में अली हुसैन सिद्दीकी ने कहा है कि रिकेश सेन ने उन्हें आलोचना करने के लिए रखा था और जब वो पैसे मांगने गया तो उन्होंने उसे पैसे देने से मना कर दिया है। उन्होंने है कहा कि सोशल मीडिया में अपने आलोचना (निगेटिव प्रचार) करने के लिये 15,000/- रूपये मासिक दर में काम पर रखे थे, ताकि विधायक जी चर्चा में हर समय बने रहे और कोई दूसरा उनका विरोध ना करे एवं उनके विरोधियों का पता मेरे माध्यम से चलता भी रहे, लेकिन उनके द्वारा 17 माह से आज तक वेतन भुगतान नहीं हुआ है।
रिकेश ने केवल श्रम आयुक्त ही नहीं, ब्लकि कई और अन्य लोगों को ये शिकायती पत्र भेजा है। इनमें पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जगत प्रकाश नड्डा, बीएल संतोष, शिव प्रकाश, नितिन नबीन, विष्णुदेव साय, डॉ. रमन सिंह जैसे लोगों का नाम शामिल है।
अली हुसैन सिद्दीकी ने रिकेश सेन पर क्या आरोप लगाया है?
उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें सोशल मीडिया पर आलोचना (विरोधियों के खिलाफ प्रचार) के लिए ₹15,000 प्रतिमाह पर नौकरी दी गई थी, लेकिन 17 महीने की सैलरी नहीं दी गई।
शिकायत कहां की गई है?
शिकायत सहायक श्रम आयुक्त को की गई है, और इसके साथ-साथ पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जे.पी. नड्डा, और अन्य भाजपा नेताओं को भी पत्र भेजा गया है।
सिद्दीकी का काम क्या था?
उनका कहना है कि वे सोशल मीडिया पर निगेटिव प्रचार करते थे ताकि विधायक चर्चा में बने रहें और विरोधियों पर नजर रखी जा सके।
कुल कितने पैसे बकाया हैं?
₹15,000 प्रति माह के हिसाब से 17 महीनों की कुल ₹2,55,000 सैलरी बकाया है।
क्या विधायक ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है?
फिलहाल विधायक रिकेश सेन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।