Publish Date - May 29, 2025 / 07:10 PM IST,
Updated On - May 29, 2025 / 07:10 PM IST
Ajit Jogi Statue Dispute | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
पेंड्रा- अजीत जोगी मूर्ति विवाद मामला,
रेणु जोगी और अमित जोगी पावर हाउस तिराहे में किया प्रदर्शन,
मूर्ति स्थापना के लिए प्रशासन को 1 महीने का अल्टीमेटम दिया,
पेंड्रा: Ajit Jogi Statue Dispute: छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत जोगी की मूर्ति विवाद में बड़ा अपडेट सामने आया है। स्वर्गीय अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी, पुत्र अजीज जोगी, बहू रिचा जोगी समेत हजारों जोगी समर्थक अजीत जोगी के समाधि स्थल के पास पावर हाउस तिराहे पर एकत्रित होकर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
Ajit Jogi Statue Dispute: जोगी परिवार ने प्रशासन को एक महीने का अल्टीमेटम दिया है कि इसी स्थान, यानि ज्योतिपुर तिराहे पर स्वर्गीय अजीत जोगी की मूर्ति ससम्मान स्थापित की जाए। साथ ही रात के अंधेरे में अजीत जोगी की मूर्ति हटाने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम भी प्रशासन को सौंपा गया है।
Ajit Jogi Statue Dispute: स्वर्गीय अजीत जोगी की पांचवीं पुण्यतिथि पर गौरेला पेंड्रा पहुंची जोगी परिवार के साथ हजारों जोगी समर्थक भी मौजूद रहे। इस मौके पर सभी ने प्रशासन को मूर्ति स्थापना के लिए ज्ञापन सौंपा और मांग की कि उनकी इच्छानुसार सम्मानजनक तरीके से मूर्ति स्थापित की जाए। यह आंदोलन आज भी जारी है और जोगी समर्थक प्रशासन से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
अजीत जोगी की मूर्ति विवाद में क्या है मुख्य मुद्दा?
मुख्य मुद्दा है कि स्वर्गीय अजीत जोगी की मूर्ति को ज्योतिपुर तिराहे पर सम्मानपूर्वक स्थापित किया जाए। परिवार और समर्थक प्रशासन से मूर्ति स्थापना के लिए अल्टीमेटम दे रहे हैं।
जोगी परिवार ने प्रशासन को क्या अल्टीमेटम दिया है?
जोगी परिवार ने प्रशासन को एक महीने का समय दिया है मूर्ति ससम्मान स्थापित करने के लिए और एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है मूर्ति हटाने वालों की गिरफ्तारी के लिए।
आंदोलन में कौन-कौन शामिल हैं?
इस आंदोलन में स्वर्गीय अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी, पुत्र अजीज जोगी, बहू रिचा जोगी और हजारों जोगी समर्थक शामिल हैं।
आंदोलन कब और कहाँ हुआ?
अजीत जोगी की पांचवीं पुण्यतिथि पर गौरेला पेंड्रा में, उनके समाधि स्थल के पास पावर हाउस तिराहे पर यह प्रदर्शन हुआ।
प्रशासन ने इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिसके कारण जोगी समर्थक जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।