इस खूंखार नक्सली कमांडर से थर्राता था ‘नक्सलगढ़’, बस्तर में रखी थी नक्सलवाद की नींव, अब उसकी पत्नी ने किया सरेंडर

Naxalite Ramanna's wife Savitri surrenders : खूंखार नक्सली कमांडर रमन्ना की पत्नी सावित्री ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।

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  • Publish Date - September 21, 2022 / 07:20 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:24 PM IST

Naxalite Ramanna's wife Savitri surrenders

सुकमा। Naxalite Ramanna’s wife Savitri surrenders : पुलिस को नक्सल मामले को लेकर बड़ी कामयाबी मिली है। खूंखार नक्सली कमांडर रमन्ना की पत्नी सावित्री ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। महिला नक्सली कमांडर सावित्री ने हैदराबाद में पुलिस के सामने आत्म समर्पण किया। उसने तेलंगाना के DGP के सामने सरेंडर कर दिया।

बताया जाता है कि वह बस्तर के सभी बड़े नक्सली हमलों में शामिल रही है। वह साल 1992 से 2021 तक के सभी बड़े हमलों में शामिल रही है। वह नक्सलियों की कोंटा एरिया कमेटी की भी इंचार्ज रह चुकी है।

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बता दें कि महिला नक्सली कमांडर सावित्री का पति खूंखार नक्सली कमांडर रमन्ना ने बस्तर में नक्सलवाद की नींव रखी थी। उसकी वजह से पूरा ‘नक्सलगढ़’ थर्राता था। उसके आतंक से सभी परेशान थे।

जानें कौन था रमन्ना ?

बता दें कि मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर रमन्ना उर्फ रावलु श्रीनिवास की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उसने सुरक्षा एजेंसियों की नाम में दम कर दिया था। रमन्ना तेलंगाना के वारंगल का रहने वाला रमन्ना नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का सचिव था। उस पर तेलंगाना, ओडिशा और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने करीब 2.40 करोड़ रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। अकेले छत्तीसगढ़ पुलिस ने उस पर 40 लाख रुपए का इनाम रखा था। बताया जाता है कि पुलिस के पास रमन्ना की जवानी की तस्वीर है। इसके बाद से उसकी तस्वीर अब तक उपलब्ध नहीं हो पाई है और अब रमन्ना काफी बूढ़ा भी हो चुका था। वहीं पुलिस का कहना है कि जब भी किसी नक्सली नेता की मौत होती है तो उनकी जीवनी का प्रकाशन नक्सली करते हैं और पूरी कहानी बताते हैं।

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पिछले एक दशके दौरान सुरक्षा बलों पर हुए बड़े हमलों का मास्टर माइंड रमन्ना को माना जाता है। इन हमलों में सुरक्षाबलों के कई जवान शहीद हो चुके हैं। अप्रैल 2010 को दंतेवाड़ा जिले के चिंतलनार गांव में 76 सीआरपीएफ जवानों की हत्या, मार्च 2014 को सुकमा जिले में जीरुम नाला में 16 सुरक्षाकर्मी और अप्रैल 2017 में बुर्कापाल में 25 सीआरपीएफ जवान उसके हमलों में शहीद हुए थे। रमन्ना का बेटा श्रीकांत उर्फ रंजीत भी पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी बटालियन में काम करता है। रमन्ना का भाई परशरामुलु भी एक नक्सली नेता था और 1994 में मारा गया। उसकी पत्नी भी एक नक्सली थी और वह भी मुठभेड़ में मारी जा चुकी है।