Anganwadi workers tried to wake up the government by playing drums: राजनांदगांव। कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने बीते 32 दिनों से हड़ताल पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने आज अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर अनोखा प्रदर्शन करते हुए जमकर ढोल, नगाड़ा बजाया और ढोलक की थाप पर थिरकते हुए नारे बुलंद कर प्रदेश सरकार को अपने मांगों के प्रति जगाने का प्रयास किया।
32 दिनों से हड़ताल पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताए
राजनांदगांव कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका बीते 32 दिनों से हड़ताल पर बैठी हुई है। इस दौरान उन्होंने विभिन्न माध्यम से सरकार तक अपनी 6 सूत्रीय मांगों को पहुंचाने का प्रयास किया है। वहीं आज अनोखा प्रदर्शन करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने यहां जमकर ढोल -नगाड़ा बजाया और सरकार को अपने मांगों के प्रति जगाने का प्रयास किया। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने नगाड़े के साथ अपनी मांगों के नारे भी बुलंद किए।
6 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर डटीं
इस अवसर संगठन की जिलाध्यक्ष संतोषी वर्मा और कुमुदिनी रामटेके का कहना है, कि हम अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। अगर सरकार हमारी 6 सूत्रीय मांगे नहीं मान रही है तो वह हमारी एक सूत्रीय मांग कलेक्टर दर को ही पूरा कर दें। शासकीय करण, कलेक्टर दर पर मानदेय सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बीते 32 दिनों से आंगनबाड़ी साहिका और कार्यकर्ता हड़ताल पर है, जिससे आंगनबाड़ी में ताला लगा हुआ है। वहीं बच्चों, गर्भवती माताओं, किशोरी बालिकाओं को पोषण आहार से हड़ताल के चलते वंचित होना पड़ रहा है। हड़ताल पर डटे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने विभिन्न तरह से अपनी बातें सरकार तक पहुंचाने डटी हुई है, वहीं मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी भी आंदोलनकारियों ने दी है।