झारखंड में मुख्यमंत्री पद के संभावित बदलाव को लेकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलेगा

झारखंड में मुख्यमंत्री पद के संभावित बदलाव को लेकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलेगा

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  • Publish Date - January 2, 2024 / 06:17 PM IST,
    Updated On - January 2, 2024 / 06:17 PM IST

दुमका (झारखंड), दो जनवरी (भाषा) भाजपा का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही झारखंड के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन से मुलाकात कर उनसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा अपनी पत्नी का नाम इस पद के लिए प्रस्तावित किए जाने के मामले में अटॉर्नी जनरल और कानूनी विशेषज्ञों से सुझाव लेने का आग्रह करेगा। भाजपा की झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने यह जानकारी दी।

उन्होंने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कथित तौर पर भूमि घोटाले और धन शोधन में शामिल सोरेन द्वारा अपनी पत्नी कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने का कोई भी प्रयास ‘‘लोकतंत्र का मजाक’’ उड़ाना होगा।

मरांडी ने दावा किया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायक सरफराज अहमद के सोमवार को इस्तीफे से संकेत मिलता है कि सोरेन अपनी पत्नी को इस सीट से मैदान में उतारना चाहते हैं और कथित घोटाले में जेल जाने की स्थिति में पत्नी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।

उन्होंने दावा किया, ‘‘लेकिन, ओडिशा की मूल निवासी होने के कारण कल्पना सोरेन झारखंड में आरक्षित (अनुसूचित जनजाति) सीट से विधायक तक नहीं बन सकतीं, राज्य की मुख्यमंत्री बनना तो दूर की बात है।’’

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने कहा, ‘‘अगर ऐसी अभूतपूर्व घटना होती है, तो यह लोकतंत्र का मजाक उड़ाना होगा।’’

मरांडी ने कहा कि अगर सोरेन अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री के रूप में पेश करते हैं तो यह उनकी बड़ी भूल होगी। अगर वह चुनाव हार जाती हैं तो इससे चुनाव प्रक्रिया का भी मखौल बनेगा क्योंकि राज्य में इस साल नवंबर-दिसंबर में चुनाव प्रस्तावित हैं।

भाजपा नेता ने आश्चर्य जताया कि सोरेन प्रवर्तन निदेशालय का सामना करने से क्यों ‘‘डर’’ रहे हैं, जबकि केंद्रीय एजेंसी ने उन्हें सात समन जारी किए थे।

उन्होंने कहा कि अगर सोरेन ने कुछ भी गलत नहीं किया है तो उन्हें ईडी का सामना करना चाहिए और उनके सवालों का जवाब देना चाहिए।

भाषा

शफीक पवनेश

पवनेश