Latest covid cases in Hindi : नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ते जा रहे हैं। एक बार फिर कोरोना ने डराने वाले रफ्तार पकड़ ली है। स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार पिछले 14 दिनों में पॉजिटिविटी रेट लगभग दोगुना से ज्यादा बढ़ गया है। इसके साथ ही 168 दिन बाद पॉजिटिविटी रेट 7% के पार हो चुका है। 〈 >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<< 〉
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 5% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट चिंता की बात है। इसके अलावा सोमवार को देशभर में कोरोना के 13,952 नए मामले सामने आए हों। इस बीच रहत वाली बात ये है कि 7,718 मरीज ठीक हुए। इसके साथ ही 35 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि 11 जुलाई को पॉजिटिविटी रेट 3.2% था।
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अच्छी खबर ये है कि देश में कुल 7.37 करोड़ लोगों को बूस्टर डोज लग चुकी है। बता दें 13 जुलाई को सरकार ने 18+ वालों को मुफ्त में बूस्टर लगाने की घोषणा की थी। इसके बाद महज 13 दिनों में (13 से 25 जुलाई के बीच) 2 करोड़ लोग प्रिकॉशन डोज लगवा चुके हैं। 1 से 12 जुलाई के बीच 53 लाख लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाई थी यानी रफ्तार 4 गुना तक बढ़ गई है।
रिसर्च की माने तो वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने से मिली इम्युनिटी 4-6 महीने में कम होने लगती है। इसका मतलब दोबारा संक्रमण से सुरक्षा लगभग खत्म हो जाती है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए बूस्टर लगवाना जरूरी है। इसके साथ ही बता दें कि कतर के स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से हुई रिसर्च कहती है कि तीसरा डोज यानी बूस्टर लगवाने से संक्रमण का खतरा 52% तक कम हो जाता है।
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के डॉ. राम एस. उपाध्याय ने भास्कर से बातचीत में बताया कि बूस्टर डोज इम्युनिटी को कई गुना बढ़ा देती है और दोबारा संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। पुराने संक्रमण से आई इम्युनिटी 14 महीने तक सुरक्षित रखती है।
भारत के सभी राज्यों में कोरोना की स्थिति खतरनाक होते जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार देश के 10 राज्यों में पॉजिटिविटी रेट 10% से ऊपर है। इनमें पश्चिम बंगाल, राजस्थान, केरल, उत्तराखंड, पुदुचेरी, सिक्किम, मणिपुर, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड और मेघालय शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में पॉजिटिविटी रेट-12.65%, राजस्थान में 11.11% , केरल में 11.46%, उत्तराखंड में 14.35%, पुदुचेरी-10.06%, सिक्किम में 21.28%, मणिपुर में 11.64%, हिमाचल प्रदेश में 16.95%, नागालैंड में 17.20% और मेघालय में 14.93% रिकॉर्ड की गई।