Cyber Fraud Helpline: क्या आप हुए हैं साइबर ठगी के शिकार? डरें नहीं, तुरंत मदद पाने के लिए डायल करें ये हेल्पलाइन नंबर!

साइबर फ्रॉड एक प्रकार का अपराध है जिसमें अपराधी इंटरनेट, कंप्यूटर, मोबाइल फोन या अन्य डिजिटल तकनीकों का उपयोग करके लोगों को धोखा देते हैं। साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता सबसे जरूरी है। अगर आपको किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत कार्रवाई करें और हेल्पलाइन से संपर्क करें।

  •  
  • Publish Date - September 16, 2025 / 07:13 PM IST,
    Updated On - September 16, 2025 / 07:13 PM IST

Cyber Fraud Helpline

HIGHLIGHTS
  • साइबर फ्रॉड क्या है? जाने इससे बचने के तरीके
  • यदि आप हुए साइबर फ्रॉड के शिकार, तो तुरंत मदद के लिए इस हेल्पलाइन नंबर पर करें कॉल

Cyber Fraud Helpline: आज के डिजिटल युग में इंटरनेट जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। यह न केवल सूचनाओं का भंडार है, बल्कि संचार, शिक्षा, व्यवसाय, मनोरंजन और सामाजिक जीवन का आधार भी है। यह न केवल व्यक्तिगत विकास में मदद करता है, बल्कि समाज और अर्थव्यवस्था को भी बदल रहा है। हालांकि, इसके दुरुपयोग से बचने के लिए सावधानी और जागरूकता जरूरी है। जैसे जैसे डिजिटल इंडिया तीव्र गति से बढ़ रहा है वैसे वैसे जालसाज़ नए-नए तरीकों से लोगों को लूटने के लिए अपना जाल बिछा रहे हैं..

How to Prevent Bedbugs: रातों की शांति भंग करने वाले खटमल के आतंक का होगा दी एन्ड, इन रामबाण उपायों से करें खटमल का पूर्ण सफाया

Cyber Fraud Helpline: साइबर फ्रॉड एक प्रकार का अपराध है जिसमें अपराधी इंटरनेट, कंप्यूटर, मोबाइल फोन या अन्य डिजिटल तकनीकों का उपयोग करके लोगों को धोखा देते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्तिगत जानकारी, पैसे, या संवेदनशील डेटा चुराना होता है। यह फ्रॉड कई रूपों में हो सकता है, जैसे फिशिंग, ऑनलाइन स्कैम, हैकिंग, या पहचान की चोरी।
दिन भर दिन अपराध बढ़ता ही जा रहा है, आये दिन ठगी के नए नए केसेस सामने आते हैं किसी के बैंक खाते से मिनटों में राशि साफ़ हो जाती हैं तो किसी से धोखे से सारी जानकारी ले ली जाती है यदि आपके साथ भी साइबर ठगी हुई है तो तुरंत सहायता के लिए इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें और सुरक्षित रहे..

IRCTC Tour Package 2025: IRCTC का शानदार पैकेज! मात्र 20 हज़ार में करें 4 ज्योतिर्लिंग के दर्शन, साथ ही खाना-पीना, रहना बिलकुल फ्री

Cyber Fraud Helpline: साइबर फ्रॉड होने पर क्या करें?

तुरंत शिकायत दर्ज करें: यदि आप साइबर फ्रॉड के शिकार होते हैं तो मदद के लिए तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। ये हेल्पलाइन नंबर सर्कार द्वारा जारी किया गया है, जितनी जल्दी आप इस नंबर पर कॉल करेंगे, उतनी ही जल्दी कार्यवाही सहरु होगी और आपकी राशि मिलने की संभावनाएं उतनी जाएँगी।

नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करें, क्यूंकि जितनी जल्दी आप शिकायत दर्ज करवाएंगे उतनी ही जल्दी उन जालसाज़ों को ट्रैक किया जा सकता है या cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत भी कर सकते हैं।

बैंक को सूचित करें: अगर पैसे निकाले गए हैं, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें और खाता ब्लॉक करवाएं।

OTP या पासवर्ड बदलें: अपने सभी ऑनलाइन खातों के पासवर्ड तुरंत बदलें।

प्रमाण इकट्ठा करें: फ्रॉड से संबंधित मैसेज, ईमेल, या ट्रांजेक्शन डिटेल्स को सुरक्षित रखें।

साइबर सेल से संपर्क: साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें और उन्हें पूरी जानकारी दें।

Ways to Find Hidden Camera : होटल रूम में रुकने से पहले इन आसान तरीकों से जाने कहीं रूम में हिडन कैमरा तो नहीं? प्राइवेसी का रखें ध्यान

 

Cyber Fraud Helpline: कैसे बच सकते हैं साइबर फ्रॉड से?

ज्यादातर साइबर फ्रॉड लोगों की अपनी लापरवाही की वजह से होता है, साइबर ठगी से बचाव आपके अपने हाथ में है स्वयं की समझ से हम साइबर फ्रॉड से बच सकते हैं सबसे ज़रूरी हैं कि किसी भी स्पैम यां फेक कॉल, संदिग्ध मैसेज पर बिलकुल भी विश्वाश न करें। अपनी पर्सनल डिटेल्स, बैंक अकाउंट की जानकारी या ओटीपी किसी के भी साथ शेयर न करें। जालसाज़ अक्सर नए नए तरीकों से जाल बिछाते हैं कभी लालच देकर तो कभी डर दिखाकर भी जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं इसलिए, किसी को भी बिना सोचे समझे कोई भी जानकारी न दे, फिर चाहे वो कितना ही लालच दे। अपनी सुरक्षा अपने ही हाथों में हैं, सतर्क रहे और सुरक्षित रहे।

साइबर फ्रॉड होने पर सबसे पहले क्या करना चाहिए?

तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें। अपने बैंक को सूचित करें और खाता ब्लॉक करवाएं। साथ ही, सभी पासवर्ड बदलें और फ्रॉड से संबंधित प्रमाण (मैसेज, ईमेल) सुरक्षित रखें।

फिशिंग स्कैम से कैसे बचा जा सकता है?

अनजान ईमेल, मैसेज, या लिंक पर क्लिक न करें। वेबसाइट्स की प्रामाणिकता जांचें (HTTPS:// देखें)। OTP, पासवर्ड, या बैंक डिटेल्स कभी साझा न करें। दो-चरणीय सत्यापन (2FA) का उपयोग करें।

UPI फ्रॉड से बचने के लिए क्या सावधानियां बरतें?

फर्जी QR कोड या UPI लिंक पर क्लिक न करें। केवल विश्वसनीय ऐप्स (जैसे Google Pay, PhonePe) का उपयोग करें। UPI पिन कभी साझा न करें और ट्रांजेक्शन से पहले प्राप्तकर्ता का विवरण जांचें।

अगर मेरी पहचान चोरी हो जाए तो क्या करें?

तुरंत साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें और शिकायत दर्ज करें। संबंधित बैंक और संस्थानों को सूचित करें। अपने आधार, पैन, या अन्य दस्तावेजों का दुरुपयोग रोकने के लिए तुरंत पासवर्ड बदलें और कानूनी कार्रवाई करें।