Mayawati on Caste Census: जातिगत जनगणना के फैसले पर ‘BSP चीफ मायावती की प्रतिक्रिया.. कहा, “लंबे विलंब के बाद सही दिशा में उठाया गया कदम”

कांग्रेस सहित अनेक विपक्षी दल लंबे समय से जाति जनगणना की वकालत करते रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अपने भाषणों और बयानों में समय-समय पर इसकी आवश्यकता पर जोर देते रहे हैं।

  •  
  • Publish Date - May 1, 2025 / 07:10 AM IST,
    Updated On - May 1, 2025 / 07:16 AM IST
HIGHLIGHTS
  • मायावती ने केंद्र की जाति जनगणना नीति का स्वागत किया, इसे सही कदम बताया।
  • केंद्र सरकार ने आगामी जनगणना में जातिगत आंकड़े शामिल करने का ऐतिहासिक फैसला लिया।
  • बसपा और विपक्ष लंबे समय से जाति जनगणना की मांग करते रहे हैं।

Mayawati on Caste Census Decision: लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने केंद्र सरकार द्वारा आगामी जनगणना में जाति गणना को शामिल करने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने इसे “लंबे समय से लंबित मांग की पूर्ति” बताते हुए सरकार से इस जनहितैषी निर्णय को समय पर लागू करने की अपेक्षा जताई।

Read More: Shivraj Singh Chouhan Meeting: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की ICAR के उप महानिदेशकों के साथ अहम बैठक.. किसानों को समृद्धि के लिए तय किये ये अहम् बिंदु

मायावती ने कहा, “केंद्र सरकार द्वारा देश में राष्ट्रीय जनगणना के साथ-साथ जाति जनगणना कराने का लिया गया फैसला लंबे विलंब के बाद सही दिशा में उठाया गया कदम है। यह स्वागत योग्य है। बसपा लंबे समय से इसकी मांग करती रही है।”

Mayawati on Caste Census Decision: उन्होंने यह भी कहा कि इस निर्णय से समाज के सामाजिक और आर्थिक समीकरणों को समझने में मदद मिलेगी और नीति निर्धारण में पारदर्शिता आएगी। “उम्मीद है कि सरकार निश्चित रूप से इस फैसले को समय पर लागू करेगी और इसे केवल घोषणा तक सीमित नहीं रखा जाएगा,” मायावती ने बुधवार को कहा।

केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान

इससे पहले बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जाति जनगणना को आगामी जनगणना प्रक्रिया में शामिल करने का ऐतिहासिक फैसला लिया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCPA) द्वारा लिया गया है।

Mayawati on Caste Census Decision: वैष्णव ने कहा, “इस निर्णय से समाज का सामाजिक और आर्थिक ढांचा और अधिक मजबूत होगा और देश विकास की ओर तेजी से अग्रसर होगा। यह दर्शाता है कि सरकार समाज और देश के मूल्यों एवं हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”

Read Also: Raipur Road Accident: राजधानी में तेज रफ़्तार का कहर! आधी रात पुलिस सूमो पेड़ से टकराई, बाल-बाल बचे जवान

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि मोदी सरकार ने पहले आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) के लिए बिना किसी सामाजिक दबाव के 10 प्रतिशत आरक्षण की शुरुआत की थी, जो सरकार की समावेशी सोच को दर्शाता है।

विपक्ष की पुरानी मांग

Mayawati on Caste Census Decision: गौरतलब है कि कांग्रेस सहित अनेक विपक्षी दल लंबे समय से जाति जनगणना की वकालत करते रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अपने भाषणों और बयानों में समय-समय पर इसकी आवश्यकता पर जोर देते रहे हैं। अब केंद्र सरकार द्वारा इसे मंजूरी देने के बाद देशभर में विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं।

जाति जनगणना का निर्णय कब लिया गया?

केंद्र सरकार ने आगामी जनगणना में जाति जनगणना को शामिल करने का निर्णय 30 अप्रैल 2025 को लिया।

मायावती ने इस निर्णय पर क्या प्रतिक्रिया दी?

मायावती ने इसे "सही दिशा में उठाया गया कदम" बताते हुए सरकार से समय पर लागू करने की उम्मीद जताई।

केंद्र सरकार ने जाति जनगणना को क्यों शामिल किया?

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, यह निर्णय समाज के सामाजिक और आर्थिक ढांचे को मजबूत करेगा और विकास को गति देगा।