युवक को चलती ट्रेन से बाहर फेंका, दिवाली मनाने जा रहा था घर, GRP सिपाहियों की दरिंदगी सुनकर कांप उठेगा आपका रूह

passenger murder in prayagraj: पुलिस की लाख कोशिश के बावजूद अपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एक के बाद एक लगातार...

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  • Publish Date - October 23, 2022 / 10:34 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:01 PM IST

Passengers with general tickets will now be able to travel in sleeper coaches as well.

passenger murder in prayagraj: पुलिस की लाख कोशिश के बावजूद अपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एक के बाद एक लगातार इस तरह की घटनाएं घट रही हैं। पुलिस लोगों को लगातार जागरूक कर रही है। इसके बाद भी क्राइम की वारदातें नहीं थम रही हैं। नया मामला यूपी के प्रयागराज का है। दिवाली मनाने अपने घर जा रहे युवक को जीआरपी सिपाहियों ने चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। इसके कारण युवक की दर्दनाक मौत हो गई।

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घटना के वक्त मृतक के दो साथी भी बोगी में मौजूद थे। आरोपी सिपाहियों ने मृतक से 200 रुपए भी लिए थे। शिकायत के बाद दोनों आरोपी सिपाहियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। साथ ही दोनों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। ट्रेन से युवक को धक्का देने की घटना 19 अक्टूबर की है।

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जानकारी के मुताबिक, मुंबई में रहकर काम करन वाला युवक अरुण दिवाली का त्योहार परिवार के मनाने के लिए झारखंड लौट रहा था। 19 तारीख वो अपने दो दोस्त अर्जुन भुइया और हरि के साथ मुम्बई हावड़ा मेल में सवार हुआ। अरुण के दोस्त अर्जुन के मुताबिक जब हम तीनों स्टेशन पहुंचे तो ट्रेन चलने लगी। ट्रेन छूटने के डर से हम लोग बिना टिकट के ही चढ़ गए। फिर जब थोड़ी देर बाद टीटी आया तो उससे टिकट बनवा लिया था।

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अर्जुन ने आगे बताया, ”ट्रेन जब 20 अक्टूबर को छिवकी स्टेशन पहुंची। फिर जब ट्रेन चलने लगी तो थोड़ी देर बाद जीआरपी के दो सिपाही कृष्ण कुमार और आलोक हमारी बोगी में आए और हमसे टिकट दिखाने की बोलने लगे। हमने उन्हें टिकट दिखाया और टीटी द्वारा टिकट दिए जाने की बात भी बताई। वे मानने को तैयार ही नहीं थे टिकट टीटी ने दिया है। बाद में दोनों हमसे धक्का-मुक्की करने लगे.  दोनों सिपाही पैसों की मांग करते हुए मारपीट करने लगे। तभी अरुण ने 200 रुपए सिपाहियों को दे दिए। लेकिन उनकी धक्का-मुक्की नहीं रुकी। इसी दौरान सिपाहियों ने अरुण को चलती गाड़ी से नीचे फेंक दिया। घटना के वक्त ट्रेन ऊंचडीह रेलवे स्टेशन पार कर रही थी।