Sudarshan Chakra S-400. IBC24 Archive
नई दिल्लीः Sudarshan Chakra S-400: ऑपरेशन सिंदूर के अगले दिन यानी बुधवार-गुरुवार की रात पाकिस्तान ने भारत के 15 से ज्यादा सैन्य ठिकानों पर हमला किया। भारत ने रूस से मिले S-400 डिफेंस सिस्टम यानी “सुदर्शन कवच” के जरिए इस हमले को नाकाम कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारत ने गुरुवार सुबह पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम तबाह कर दिया। इसके लिए इजराइल से मिले हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।
पाकिस्तान के हालिया हमलों को नाकाम करने में S-400 ने फिर से अपनी ताकत दिखाई। इस प्रणाली ने दुश्मन के ड्रोनों और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे भारत के शहरों को कोई नुकसान नहीं हुआ। भारत और पाकिस्तान चिर विरोधी देश रहे हैं। कई युद्ध भी लड़ चुके हैं। S-400 ट्रायम्फ रूस की अल्माज़-एंटे कंपनी ने बनाया है। यह एक आधुनिक मिसाइल सिस्टम है। यह हवा में मौजूद खतरों को पहचान सकता है। जैसे कि हवाई जहाज, ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइल। यह सिस्टम 400 किलोमीटर तक की दूरी तक मार कर सकता है। यह मिसाइल की क्षमता पर निर्भर करता है। इसका रडार 600 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य को भी देख सकता है। यह बहुत तेज गति से लक्ष्यों को भेद सकता है।
S-400 सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत इसकी बहुस्तरीय रक्षा प्रणाली है, जो एक साथ कई प्रकार के हवाई खतरों — जैसे फाइटर जेट, ड्रोन, क्रूज़ मिसाइल और यहां तक कि बैलिस्टिक मिसाइल — को भी 400 किलोमीटर की दूरी से नष्ट कर सकती है। यह सिस्टम एक समय में 80 टारगेट्स को ट्रैक और 36 पर एकसाथ निशाना साध सकता है।
भारत की S-400 स्ट्रैटेजिक बमवर्षकों जैसे B-1, FB-111 और B-52 पर हमला कर सकता है। इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर विमान जैसे EF-111A और EA-6, निगरानी विमान, अर्ली-वॉर्निंग राडार एयरप्लेन, फाइटर प्लेन, बैलिस्टिक मिसाइल आदि को निशाना बना सकता है।