IBC24 JANKARWAN MURENA : मुरैना। भाजपा के कई दिग्गजों के परिजनों ने अपनी पारिवारिक विरासत पर हक जता कर मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में एक अलग ही गरमाहट पैदा कर दी है। कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव सिर पर हैं और भाजपा के कई दिग्गज नेता अपने परिजनों को टिकट दिलवाने के लिए एड़ी-चोटी का पसीना एक कर रहे हैं। अपने परिजनों को राजनीति में एंट्री दिलवाने के लिए कुछ कद्दावर नेताओं ने खुद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।
ग्वालियर, चंबल और मालवा अंचल के कुछ हिस्सों में प्रभाव रखने वाले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन…. नरोत्तम मिश्रा के बेट सुकुर्ण के बाद अब पूर्व रूस्तम सिंह के बेटे राकेश सिंह भी राजनीति के मैदान में है। राकेश सिंह बीजेपी में युवा नेता है। साथ ही, मुरैना विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी कर रहे है…. उनके पिताजी, रूस्तम सिंह…. शिवराज सरकार में मंत्री रहे है।
रूस्तम सिंह मध्य प्रदेश पुलिस में आईजी थे… उमा भारती जब सीएम बनी, तो उन्होनें नौकरी से इस्तीफा देकर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वहीं अब रूस्तम सिंह के बेटे राकेश सिंह मैदान में है। राकेश सिंह ने आईबीसी24 से बात करते हुए कहा है… उनका तनमन सब बीजेपी के साथ, लंबे समय से पार्टी में काम कर रहे है। पार्टी जो आदेश देगीं, उसके लिए तैयार है…. उनका कहना है, पार्टी में कोई गुटबाजी नही है…. काम करने वालों की पूछ है, इसलिए पार्टी काम करने वाले व्यक्ति को टिकट देगीं।
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