Raisen Rape Case Update: ‘हम मुसलमान जालिमों के साथ नहीं’.. रायसेन रेप मामले को लेकर भोपाल के उलेमाओं का बड़ा बयान, पथराव की घटना पर भी कही ये बड़ी बात

'हम मुसलमान जालिमों के साथ नहीं'.. रायसेन रेप मामले को लेकर भोपाल के उलेमाओं का बड़ा बयान, Bhopal's Ulemas make a big statement regarding the Raisen rape case

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  • Publish Date - November 27, 2025 / 04:37 PM IST,
    Updated On - November 27, 2025 / 05:12 PM IST
HIGHLIGHTS
  • उलेमाओं ने पीड़ित बच्ची के इलाज और देखभाल का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की।
  • आरोपी सलमान के लिए “कानून के तहत सबसे सख्त सज़ा” की मांग की।
  • मस्जिद और पुलिस पर पत्थरबाज़ी की घटना की निंदा, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग।

भोपाल। Raisen Rape Case Update: रायसेन जिले के गौहरगंज इलाके में मासूम के साथ दरिंदगी को लेकर भोपाल के उलेमाओं ने बयान जारी किया है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद संगठन के उलेमाओं ने कहा है कि वे पीड़ित बच्ची के पूरे इलाज और देखभाल का खर्च उठाने को तैयार हैं। उनका कहना है कि इंसाफ की इस लड़ाई में परिवार अकेला नहीं है।

उलेमाओं ने आरोपी सलमान के खिलाफ कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि जिसने यह दरिंदगी की है, उसे कानून के तहत सबसे सख्त सज़ा मिलनी चाहिए। बयान में यह भी स्पष्ट किया गया कि हम मुसलमान जालिमों के साथ नहीं, मजलूम के साथ खड़े हैं। अपराधी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए।

पत्थरबाज़ी पर उलेमाओं ने जताई नाराज़गी

Raisen Rape Case Update: भोपाल में मस्जिद और पुलिस पर हुए पत्थराव की घटना पर भी उलेमाओं ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि ऐसी हरकतें गलत हैं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उलेमाओं का कहना है कि “कुछ लोग जानबूझकर माहौल खराब करना चाहते हैं, दंगा भड़काना चाहते हैं ताकि खुद सुर्खियों में आ सकें। समाज को ऐसे लोगों से सावधान रहना होगा। उलेमाओं ने पुलिस और दोनों समुदायों के समझदार लोगों की सराहना करते हुए कहा कि वे शांति बनाए रखने में अच्छा काम कर रहे हैं। उलेमाओं ने भरोसा जताया कि समाज को साथ लेकर इस तनावपूर्ण माहौल में भी शांति कायम की जा सकती है।

 

 

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रायसेन रेप केस क्या है?

रायसेन जिले के गौहरगंज में एक मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी की घटना सामने आई, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश है।

उलेमाओं ने क्या बयान दिया है?

उलेमाओं ने कहा कि वे पीड़िता के इलाज का खर्च उठाएंगे और आरोपी को कड़ी सज़ा दिलाने की मांग की है।

पत्थराव की घटना पर उलेमाओं ने क्या कहा?

उन्होंने कहा कि मस्जिद और पुलिस पर पत्थरबाज़ी गलत है और ऐसी हरकतों में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

क्या उलेमाओं ने आरोपी का बचाव किया?

नहीं, उन्होंने स्पष्ट कहा कि अपराधी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए और कानून के तहत कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए।

पुलिस और समुदायों की क्या भूमिका रही?

उलेमाओं ने पुलिस और दोनों समुदायों के समझदार लोगों की शांति बनाए रखने के प्रयासों की सराहना की है।

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