Publish Date - February 21, 2025 / 10:00 AM IST,
Updated On - February 21, 2025 / 10:01 AM IST
Online Fraud Case Indore | IBC24
HIGHLIGHTS
इंदौर में फर्जी ट्रेडिंग ग्रुप से जोड़कर 84 साल के बुजुर्ग से ठगी
आरोपियों ने 1.70 करोड़ रुपए की ठगी की
बैंक मैनेजर की सूझबूझ से बच गई बाकी राशि
इंदौर : Online Fraud Case Indore : शहर में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें 84 वर्षीय बुजुर्ग के साथ 1 करोड़ 70 लाख रुपये की ठगी की गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बदमाशों ने वृद्ध से जिन खातों में रुपए ट्रांसफर कराए, वे सभी किराए के खाते होने का संदेह है। पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।
Online Fraud Case Indore : दरसल ठगों ने उन्हें शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर यह राशि हड़प ली। इस घटना में, अपराधियों ने सोशल मीडिया पर फर्जी ट्रेडिंग ग्रुप के माध्यम से बुजुर्ग को संपर्क किया और उन्हें एक नकली ऐप इंस्टॉल करने के लिए प्रेरित किया। इस ऐप पर निवेश करने पर मुनाफा दिखाया जाता था, लेकिन निकासी की अनुमति नहीं थी। बदमाशों ने बुजुर्ग को किसी बहाने से विश्वास में लिया और फिर धीरे-धीरे बड़ी रकम उनके बैंक खातों से अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा ली। जब बुजुर्ग ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने बहाने बनाए और अंततः अपने नंबर बंद कर दिए। बैंक मैनेजर की सतर्कता से यह मामला उजागर हुआ, जिन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और उन बैंक खातों की पड़ताल कर रही है, जिनमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे। ऐसा संदेह है कि ये खाते किराए पर लिए गए थे और विभिन्न राज्यों से संचालित हो रहे थे। यह रकम गुजरात, राजस्थान समेत देश के आठ राज्यों में भेजी गई, जिससे इस मामले की जड़ें काफी दूर तक फैली नजर आ रही हैं।
Online Fraud Case Indore : क्राइम ब्रांच को जब इस मामले की सूचना मिली, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने ईमेल के जरिए संबंधित बैंकों से संपर्क किया और उन खातों की पहचान की, जहां पैसे ट्रांसफर किए गए थे। जांच में यह भी सामने आया कि बदमाशों ने किराए पर बैंक खाते लिए थे, जिनका उपयोग इस ठगी को अंजाम देने के लिए किया गया। फिलहाल, क्राइम ब्रांच इन खातों को ब्लॉक कराने की प्रक्रिया में लगी हुई है और पूरे मामले की जांच कर रही है।
इस तरह की ठगी से बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
अनजान लोगों को बैंकिंग जानकारी न दें, संदिग्ध कॉल्स को ब्लॉक करें, बैंक स्टेटमेंट नियमित रूप से चेक करें और साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं।
यदि कोई ठगी का शिकार हो जाए तो तुरंत क्या करना चाहिए?
तुरंत बैंक से संपर्क करें और संबंधित खातों को ब्लॉक करवाएं। साथ ही साइबर क्राइम हेल्पलाइन या नजदीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराएं।
किराए के खातों का उपयोग किस प्रकार किया जाता है?
ठग किसी जरूरतमंद व्यक्ति को लालच देकर उसका बैंक खाता किराए पर लेते हैं और फिर उसमें अवैध लेन-देन करते हैं, जिससे असली अपराधी तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
क्या बैंक ठगी की गई राशि वापस कर सकते हैं?
यदि समय रहते बैंक को सूचित किया जाए और लेन-देन को रोका जा सके, तो संभव है कि राशि वापस मिल सके। लेकिन इसमें कोई निश्चितता नहीं होती, इसलिए सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।
इस तरह के मामलों में कानूनी कार्रवाई कितनी जल्दी होती है?
पुलिस और साइबर क्राइम टीमें मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर देती हैं, लेकिन अपराधियों तक पहुंचने और पैसे वापस लाने में समय लग सकता है।