Publish Date - May 23, 2025 / 06:18 PM IST,
Updated On - May 23, 2025 / 06:21 PM IST
Jabalpur Horse Death News | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
रैपुरा फार्म हाउस में 57 घोड़ों में से 8 की मौत,
हॉर्स पावर सुपर लीग के सट्टेबाजी घोटाले का आरोप,
जांच में ग्लैंडर्स बीमारी की आशंका,
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जबलपुर: Jabalpur Horse Death News: जबलपुर के पनागर तहसील के रैपुरा में स्थित एक निजी फार्म हाउस में 57 बेशकीमती घोड़ों में से 8 की मौत से हड़कंप मच गया है। फार्म हाउस के मालिक सचिन तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि ये घोड़े हैदराबाद से रेसकोर्स खोलने के लिए लाए गए थे।
Jabalpur Horse Death News: हालांकि अब घोड़ों के बीमार पड़ने की सूचना मिलने पर प्रशासन ने रैपिड रिस्पांस टीम गठित कर इलाज शुरू कर दिया है। इस मामले पर कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर वैटनरी विभाग ने घोड़ों के ब्लड सीरम सैंपल लेकर हरियाणा के हिसार स्थित आईसीएआर लैब में जांच के लिए भेजे गए है। जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट में 44 घोड़ों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है जबकि 9 घोड़ों की रिपोर्ट आना अभी भी बाकी है।
Jabalpur Horse Death News: वैटनरी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. प्रफुल्ल मून ने बताया की घोड़ों का इलाज अभी जारी है और प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि उनकी जान बचाई जा सके। पशुप्रेमी संगठन पेटा इंडिया से जुड़ीं सिमरन ईसर ने आरोप लगाया है कि ये घोड़े हैदराबाद में चलने वाली हॉर्स पावर सुपर लीग के हैं जिसका ऑनलाइन सट्टा फिलीपींस में चलता था। खुलासे के बाद सट्टेबाजों ने पुलिस के छापे से पहले सबूत मिटाने के लिए इन घोड़ों को अवैध रूप से जबलपुर भेज दिया था। सिमरन और उनके अधिवक्ता उमेश त्रिपाठी अब इस मामले में जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं ताकि मामले की पूरी जांच हो और दोषियों को सजा मिले।
जबलपुर के रैपुरा फार्म हाउस में 57 में से 8 घोड़ों की मौत की वजह बीमारी बताई जा रही है, जिसकी जांच वैटनरी विभाग द्वारा कराई जा रही है।
क्या घोड़ों की मौत से जुड़ा कोई अवैध सट्टा मामला सामने आया है?
हां, पशुप्रेमी संगठन पेटा इंडिया की सदस्य सिमरन ईसर के अनुसार ये घोड़े हैदराबाद की हॉर्स पावर सुपर लीग से संबंधित हैं, जहां ऑनलाइन सट्टा चलता था, और छापे से पहले इन्हें जबलपुर भेजा गया था।
जबलपुर में घोड़ों की मौत की जांच कौन कर रहा है?
जांच वैटनरी विभाग द्वारा की जा रही है, जिसमें घोड़ों के ब्लड सीरम सैंपल हिसार के आईसीएआर लैब में भेजे गए हैं।
क्या दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो रही है?
सिमरन ईसर और उनके अधिवक्ता उमेश त्रिपाठी ने इस मामले में जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी की है ताकि जांच हो और दोषियों को सजा मिले।
घोड़ों के इलाज के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
प्रशासन ने रैपिड रिस्पांस टीम गठित कर घोड़ों का इलाज शुरू कर दिया है और पूरी कोशिश की जा रही है कि अन्य घोड़ों की जान बचाई जा सके।