Publish Date - April 15, 2025 / 11:56 AM IST,
Updated On - April 15, 2025 / 11:56 AM IST
Satna News MP | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
अस्पताल के गेट पर टॉर्च की रोशनी में डिलीवरी,
बिजली गुल होने पर नहीं चला जनरेटर,
सतना में बारिश के कारण गई थी लाइट
सतना: जिले के जिला अस्पताल में एक गंभीर घटना ने अस्पताल प्रशासन की बिजली व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रविवार रात एक गर्भवती महिला को अस्पताल के मुख्य गेट पर मोबाइल टॉर्च की रोशनी में बच्चे को जन्म देना पड़ा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो जिला अस्पताल की लचर व्यवस्थाओं को उजागर कर रहा है।
घटना रविवार रात करीब साढ़े सात बजे की है जब रामस्थान-भठिया निवासी सोनम कोल को जननी एक्सप्रेस से जिला अस्पताल लाया जा रहा था। जैसे ही एम्बुलेंस अस्पताल के मुख्य गेट पर पहुंची, सोनम को तेज प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और उसे वही बच्चे को जन्म देना पड़ा। परिजनों ने तुरंत अस्पताल के लेबर रूम में जाकर स्टाफ को सूचित किया।
घटना के दौरान शहर में तेज बारिश हो रही थी जिसके कारण बिजली की सप्लाई गई हुई थी। हालांकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि आपातकालीन परिस्थितियों में सहायता के लिए जनरेटर और सोलर पैनल की सुविधा उपलब्ध है लेकिन उस वक्त न तो जनरेटर चालू था और न ही सोलर सिस्टम से बिजली मिल रही थी। यह घटना तब सामने आई है जब अस्पताल प्रशासन के निर्देशों के अनुसार बिजली जाते ही जनरेटर को चालू करने के आदेश हैं लेकिन इस समय ये सुविधाएं काम नहीं कर रही थीं।
अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक, यह सोनम की चौथी डिलीवरी थी और गनीमत रही कि मां और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। हालांकि, इस घटना ने अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं और बिजली आपूर्ति व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अस्पताल की लचर व्यवस्थाएं और आपातकालीन सेवाओं का न होना इस घटना का मुख्य कारण बनीं।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वे इस घटना का संज्ञान ले रहे हैं और भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
"बिजली की आपूर्ति" न होने पर अस्पताल प्रशासन की क्या जिम्मेदारी थी?
अस्पताल प्रशासन का दावा है कि आपातकालीन परिस्थितियों के लिए जनरेटर और सोलर पैनल की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन इस घटना में ये सुविधाएं काम नहीं कर पाई, जो अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल उठाते हैं।
"आपातकालीन सेवाएं" का क्या मतलब है और क्यों यह घटना हुई?
आपातकालीन सेवाएं उन सुविधाओं को कहते हैं, जो बिजली जाने जैसी घटनाओं के दौरान अस्पताल में जरूरी कार्यों के लिए सुनिश्चित की जाती हैं। इस घटना में अस्पताल के जनरेटर और सोलर पैनल काम नहीं कर रहे थे, जिससे समस्या उत्पन्न हुई।
"सोनम" की हालत कैसी थी और क्या इस घटना का कोई बुरा असर पड़ा?
यह सोनम की चौथी डिलीवरी थी और गनीमत रही कि मां और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। हालांकि, अस्पताल की लचर व्यवस्थाओं ने स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अस्पताल प्रशासन ने इस घटना पर क्या प्रतिक्रिया दी?
अस्पताल प्रशासन ने इस घटना का संज्ञान लिया है और भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने का वादा किया है।
"मेडिकल सुविधाओं" के लिए अस्पताल के सुधार के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि वे आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करेंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके।