प्रदेश में क्या है बीजेपी का मिशन 114?…आगामी चुनाव को लेकर क्या करने जा रही पार्टी

BJP Mission 114: मध्य प्रदेश में क्या है बीजेपी का मिशन 114 ?...आगामी चुनाव को लेकर क्या करने जा रही पार्टी

  •  
  • Publish Date - September 7, 2022 / 06:01 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:24 PM IST

BJP Mission 114: भोपाल। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर बीजेपी का पूरा संगठन इन दिनों मिशन मोड में काम करता दिख रहा है। बीजेपी की कोर कमेटी और प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के साथ ही आला नेताओं के बीच दो दिन तक चले मंथन के बाद यह साफ हो गया है की अब बीजेपी ने उन 114 सीटों पर विशेष फोकस करने का फैसला किया है, जिन पर पार्टी प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है। मध्य प्रदेश में कमजोर बूथ पर बीजेपी की नई रणनीति उसे आने वाले समय में कितनी सफलता दिलाएगा ये तो समय ही बताएगा पर इन सीटों पर अभी चुनावी जमावट ने साफ़ कर दिया है की मध्य प्रदेश में चुनाव में भले ही समय पर हो पर बीजेपी मिशन 2023 के लिए अभी से जीत के रास्ते तलाश रही है।

ये भी पढ़ें- अब पूरा होगा बुजुर्गों का हवाई जहाज से तीर्थ जाने का सपना, इस दिन उड़ान भरेगी पहली फ्लाइट, सरकार ने किया ये बड़ा ऐलान

कमियां तलाशने लिए बनाए प्रभारी

BJP Mission 114: मध्यप्रदेश में, विधानसभा चुनाव में अब महज 13 महीनों का समय बचा है। ऐसे में बीजेपी पूरी तरह चुनावी मोड में आ गई है। बीजेपी ने इन हारी हुई 114 सीटों पर अभी से प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। इनकी बैठक भी संगठन ने ली है। जिसमें प्रभारियों को जल्द ही अपने प्रभार के विधानसभा क्षेत्र में जाकर मैदानी रिपोर्ट तैयार कर उसे जल्द देने को कहा गया है। पिछले विधानसभा में बीजेपी को 109 सीटों पर ही विजय मिली थी। कांग्रेस के खाते में 114 सीटें गई थीं, हालांकि उपचुनाव में सेनेरियों में बदल गया था और बीजेपी ने 28 में से 19 सीटें जीत ली थीं। इसके बाद भी बीजेपी ने बीते विधानसभा चुनाव को आधार बनाकर इन विधानसभा क्षेत्रों में हार के कारण, कमियों को तलाशने के लिए प्रभारी बनाए हैं।

ये भी पढ़ें- निडल फ्री ‘नेजल वैक्सीन’ को लेकर सारे सवालों के जबाव मिलेंगे यहां, देखें कीमत और फायदे की पूरी डिटेल

मांगी गई ये जानकारी

BJP Mission 114: बीजेपी ने प्रभारियों को निर्देश दिए है कि वो हारी हुई सीटों पर कार्यकर्ताओं से संवाद करें और हार के कारण तलाशें ताकि उन्हें दूर किया जा सके। प्रभारियों को बूथ वार जानकारी जुटाने को भी कहा गया है। विधानसभा प्रभारी कार्यकर्ताओं के अलावा समान विचारधारा वाले लोगों और बुद्धिजीवियों से भी चर्चा कर अपनी रिपोर्ट संगठन को देंगे। वहीं कमजोर सीटों पर बीजेपी की इस रणनीति पर कांग्रेस भी नजर रखे हुए है, हालांकि कांग्रेस को लगता है कि मध्य प्रदेश में सरकार में लंबे समय तक रहने के कारण एंटी इंकम्बेंसी के चलते बीजेपी को इन सीटों पर ज्यादा सफलता नहीं मिल पाएगी।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें