Sawan Somwar 2025/ Image Credit: IBC24 File
रायपुर: Sawan Somwar 2025: भगवान शिव का पवित्र सावन महीना अब अपने अंतिम चरण में हैं और आज यानी 4 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार है। सावन के अंतिम दिन शिवभक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। ऐसा कहा जाता है कि, सावन के सोमवार में की गई शिव जी की पूजा और व्रत कई गुना बढ़कर मिलता है। सावन के आखिरी सोमवार का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। इस साल सावन का आखिरी सोमवार खास बनने जा रहा है क्योंकि इस दिन ब्रह्म योग, इंद्र योग और सार्वार्थ सिद्धि योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं।
Sawan Somwar 2025: सावन के आखिरी सोमवार शिव भक्त सुबह जल्दी उठे और स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें। इसके बाद घर या मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति स्थापित करें। मूर्ति स्थापित करने के बाद शिवलिंग का गंगाजल और पंचामृत से अभिषेक करें। साथ ही बेलपत्र, चंदन, अक्षत (चावल), धतूरा, फूल और मिठाई चढ़ाएं। इतना ही नहीं शिव भक्त शिव चालीसा का पाठ करें, सावन सोमवार व्रत कथा सुनें और अंत में घी का दीपक जलाकर आरती करें। पूजा के दौरान भगवान से अगर कोई भूल हो गई हो तो क्षमा याचना जरूर करें।
Sawan Somwar 2025: सावन के आखिरी दिन रुद्राभिषेक करवाना या खुद करना भी बेहद फलदायी माना जाता है। रुद्राभिषेक न केवल मानसिक शांति देता है बल्कि नकारात्मक ऊर्जा और ग्रह दोष भी शांत करता है। खास तौर पर 108 बेलपत्रों पर सफेद चंदन लगाकर शिवलिंग पर चढ़ाने से जीवन की कई परेशानियां दूर होती हैं।
Sawan Somwar 2025: ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:20 बजे से 5:02 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 2:00 बजे से 3:36 बजे तक
अमृत काल: शाम 5:47 बजे से 7:34 बजे तक
इन मुहूर्तों में शिव की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।